स्टेरॉयड ओवरडोज को बिना डॉक्टर की सलाह के लेना खतरनाक

स्टेरॉयड ओवरडोज

नागपुर। स्टेरॉयड ओवरडोज का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के करना सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। कई रोगियों की जांच में सालों तक दर्दनिवारक गोलियों और इंजेक्शनों के अनियंत्रित सेवन से साइड इफेक्ट के मामले सामने आए हैं।

खुद ही स्टेरॉयड का सेवन बेहद खतरनाक

वरिष्ठ नेफ्रोलॉजिस्ट और नेफ्रोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया के नागपुर चैप्टर की अध्यक्ष डॉ. मोनाली साहू ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक मरीज ने 6 से 7 साल तक हर हफ्ते दर्द निवारक दवा के रूप में डिक्लोफेनाक के साथ इंजेक्शन स्टेरॉयड का सेवन किया। इससे उसकी हालत अत्यंत खराब हो गई। मरीज को दवाओं की आदत थी। वह खुद ही इनका दुरुपयोग करता था। इन इंजेक्शनों को लगवाने के लिए वह आपसपास में मौजूद डॉक्टरों के पास चला जाता था।

गंभीर गुर्दे की समस्याओं का कारण

डॉ. साहू ने कहा कि खुद से दवा लेना अत्यंत खतरनाक है। इससे बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है। उन्होंने दर्द निवारक, एंटीबायोटिक्स, भारी धातु, हर्बल उत्पाद और सौंदर्य प्रसाधनों सहित कुछ दवाओं को मनमर्जी से इस्तेमाल करने पर चेताया है। इससे गंभीर गुर्दे की समस्याओं का कारण बन सकता है।

स्टेरॉयड की जीवनरक्षक में भूमिका

डॉ. साहू ने स्टेरॉयड के बारे में संयोजी ऊतक विकारों, अस्थमा या एक्जिमा जैसी स्थितियों के इलाज में उनकी जीवनरक्षक भूमिका को स्वीकार किया है। हालाँकि, उन्होंने सतर्क नुस्खे और नियमित निगरानी के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि अधिक मात्रा से यह जहर के समान होता है।

संक्रमण के खतरे में वृद्धि

इसके दुष्प्रभाव के रूप में वजन बढऩे से लेकर संक्रमण के खतरे में वृद्धि, उच्च रक्तचाप, ऑस्टियोपोरोसिस, उच्च रक्त शर्करा, अवसाद और बहुत कुछ हो सकते हैं। नेफ्रोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया के सचिव डॉ. प्रणव कुमार झा ने कहा कि हम आमजन से किसी भी दवा के खुद इस्तेमाल करने से बचने की सलाह देते हैं। इससे चिकित्सा आपातकाल के मामले में आर्थिक बोझ को भी कम किया जा सकता है।