बांदा। सैनिटाइजर व दो दवाओं के नमूने जांच में फेल पाए जाने पर दवा निर्माता कंपनियों को प्रशासन की ओर से नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। औषधि एवं खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने तीन माह पहले मेडिकल स्टोरों से सैनिटाइजर सहित कई दवाओं के नमूने भरकर जांच के लिए भेजे थे। औषधि निरीक्षक श्रीकांत गुप्ता ने बताया कि टीम ने अप्रैल माह में मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया था।
संदेह के आधार पर सैनिटाइजर सहित दवाओं के तीन नमूने जांच के लिए राजकीय विश्लेषण प्रयोगशाला लखनऊ भेजे गए थे। वहां जांच में इन तीनों के नमूने मानक में फेल पाए गए। उन्होंने बताया कि निर्माता कंपनी से निर्मित इंस्टेंट हैंड सैनिटाइजर में दिए गए लेबल के मुताबिक 38.36 फीसद आइसोप्रोपाइल एल्कोहल पाया गया।
इस संबंध में साईं कृपा मेडिकल स्टोर तिदवारी व निर्माता कंपनी को नोटिस देकर अभिलेख व जवाब मांगा गया है। उन्होंने बताया कि तिदवारी के ही छाया मेडिकल स्टोर में बिक्री के लिए रखी रिनोसेफ-ओ दवा भी मानक में फेल है। हिमाचल की निर्माता फर्म को नोटिस भेजकर अभिलेख व जवाब मांगा गया है। राज्य के औषधि नियंत्रक को भी पत्र भेजा गया है। वहीं अलीगंज स्थित मनोज कुमार राजपूत के यहां से आइसो प्रोपाइल रबिग एल्कोहल का नमूना लिया गया था। यह भी मानक में फेल हो गया है।
इस दवा का उपयोग चिकित्सक सर्जरी व अन्य कार्य के रूप में जीवाणुओं को मारने के लिए करते हैं। उन्होंने बताया कि निर्माता कंपनी टेक फार्मा, जेपी नगर को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। इन निर्माता कंपनियों के खिलाफ जांच के बाद शासन को पत्र लिखा जाएगा। दोषी फर्मों व घटिया दवा बेंचने वालों के खिलाफ न्यायायल में मुकदमा दायर किया जाएगा। औषधि निरीक्षक ने बताया कि मानक विहीन दवा बेंचने वालों की खैर नहीं है। इसके खिलाफ लगातार मुहिम चलाई जा रही है।