तिल्दा (रायपुर)। एक्सपायर दवा देने से क्लीनिक में भर्ती मासूम की तबीयत खराब हो गई। इसका पता चलते ही परिजन गुस्सा गए। उन्होंने काफी देर तक क्लीनिक पर बवाल काटा।

तिल्दा के पास एक गांव में डेढ़ साल की मासूम की हालत खराब हो गई। इलाज के लिए मासूम बच्ची को परिवार के लोग सामुदायिक केंद्र ले गए। वहां बताया गया कि बच्ची को जो दवां पिलाई गई थी, वह दो साल पहले एक्सपायर हो चुकी थी। इसके बाद बच्ची के पिता दवा देने वाले क्लीनिक पर पहुंच गए। उन्होंने प्रदर्शन कर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

यह है मामला

ग्राम भूरसुदा निवासी अनूप नायक डेढ़ साल की बेटी देशिका का इलाज कराने तिल्दा दीनदयाल चौक के पास स्थित बच्चों के प्राइवेट कान्हा हॉस्पिटल ले गया था। शाम को अस्पताल में बैठी एक महिला डॉक्टर ने बच्ची की जांच कर अस्पताल में ही बने मेडिकल स्टोर से दवा लाने के लिए पर्ची लिख दी। डॉक्टर ने बच्ची को दवा पिलाने के बाद घर रवाना कर दिया।

2 साल पहले एक्सपायर हो चुकी थी दवा

डॉक्टर के बताए अनुसार बच्ची को रात को निर्धारित मात्रा में दवा पिलाई गई। उसके बाद बच्ची की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बीमार बच्ची को लेकर उसके माता-पिता रोते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां बच्ची का तुरंत इलाज शुरू किया गया। डॉक्टर ने जब पिलाई गई दवा के बारे में पूछा तो परिजनों ने दवा डॉक्टर को दिखाई। इसे देख डॉक्टर हैरान रह गया। डाक्टर ने बताया कि जो दवा बच्ची को पिलाई गई थी, वह 2 साल पहले एक्सपायर हो चुकी थी।

क्लीनिक जाकर जताया आक्रोश

एक्सपायर दवा

इधर, जब एक्सपायरी दवा की जानकारी उनके पिता को हुई तो वह आक्रोशित हो गए। वे अपने परिजनों और साथियों के साथ कान्हा अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल जाकर उनहोंने संबंधित डॉक्टर को तत्काल गिरफ्तार की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोग प्रदर्शन करते हुए अस्पताल के सामने नारेबाजी करने लगे।