श्रीगंगानगर। ग्रामीण इलाकों में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे बिना डिग्रीधारी स्वयंभू डॉक्टरों के खिलाफ चलाया गया अभियान ठंडा पड़ गया है। गौरतलब है कि गांव-ढाणियों में झोलाछाप डॉक्टरों ने अपना नेटवर्क स्थापित कर रखा है। ये ग्रामीणों से इलाज के नाम पर मनमर्जी की राशि वसूल रहे हैं। वहीं प्रशिक्षित नहीं होने के कारण लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी कर रहे हैं। बता दें कि हाल ही में राज्य स्तर से स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी हुए थे कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिना किसी डिग्री के उपचार करने वाले झोलाछाप के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाए। इसकी अनुपालना में स्वास्थ्य विभाग ने कई स्थानों पर फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ दबिश भी दी। यही नहीं, श्रीगंगानगर, रायसिंहनगर क्षेत्र में कई चिकित्सकों के खिलाफ बिना डिग्री के रोगियों का इलाज करने पर एफआइआर तक दर्ज करवाई गई। लेकिन अब कथित डॉक्टर्स के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग का यह अभियान ठंडा पड़ गया है। इसको लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठाए जा रहे हैं।