गुरुग्राम। फार्मासिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय भारती को गुरुग्राम के फार्मासिस्ट राजेश श्योराण ने शिकायत की कि उनकी रिटेल केमिस्ट शॉप गुरुग्राम में है। जब कभी भी वह किसी काम से डीसीओ कार्यालय में जाते हैं तो अक्सर वहां स्वयं को प्रधान बताने वाला शरद नामक शख्स मोटी रकम की डिमांड करता रहता है। बहकावे में आकर उसने भी एक बार 2000 रुपए दे दिए। असलियत सामने आने पर उससे ठगी का अहसास हो गया। विनय भारती ने राजेश से अपने पैसे वापस मांगे तो वह बोला कि राजेश को पहले टरकाया, फिर धमकियां देने लगा। सारा विवरण जानने के बाद विनय भारती ने मामला पुलिस के सुपुर्द करने की सलाह दी।
पुलिस ने शिकायत लेकर स्वयंभू प्रधान को थाने बुलाया। पुलिस ने राजेश के 2000 रुपए वापस करने व भविष्य में ऐसी शिकायत दोबारा न आने की बात समझाकर उसे समझौता करने की बात कही। शरद ने 2000 रुपए वापस करने की बात मान ली परन्तु लिखित समझौता करने को मना कर दिया। उसने कहा कि ये 2000 रुपए संगठन की सदस्यता फीस है। जब पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा कि संगठन की फीस ली तो रसीद क्यों नहीं दी। इस बात का सबूत न होने पर शरद लिखित समझौते के साथ 2000 रुपए वापसी और दोबारा गलती न दोहराने की बात पर सहमत हो गई। इस मामले के संबंध में जब स्वयंभू प्रधान शरद से फोन पर बात करनी चाही उन्होंने फोन फ्लाइट मोड़ पर होने से बात नहीं हो सकी। वहीं, विनय भारती ने कहा देशभर में किसी भी फार्मासिस्ट से गुंडा टैक्स वसूलने वालों की खैर नहीं।