नई दिल्ली : केंद्र सरकार आज से जम्मू और आसपास के इलाकों में ड्रोन से दवाओं की डिलीवरी का पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही है. इसमें शुरू में वैक्सीन की डिलीवरी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
27 नवंबर से जम्मू और आसपास के इलाकों में दवाओं की डिलीवरी के लिए स्वदेशी रूप से निर्मित ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करेगा,
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मीडियाकर्मियों से कहा, क्षेत्र के लिए यह एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू होने जा रहा है. ड्रोन पूरी तरह से हमारे वैज्ञानिकों द्वारा विकसित और निर्मित किया गया है.
सिंह ने कहा कि वह खुद जम्मू में इस परियोजना का शुभारंभ करेंगे.
ड्रोन को बेंगलुरू की राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं (एनएएल) के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है, जो वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) का एक घटक है, जो एक स्वायत्त सोसायटी है, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं.
फिलहाल के लिए, डिलीवरी कोविड के टीकों तक सीमित होगी और एक बार इस इसके सफल होने के बाद, इसका उपयोग दूरस्थ, पहाड़ी क्षेत्रों में दवाओं की नियमित डिलीवरी के लिए किया जाएगा.