रोहतक। दवा लिखने के बदले अपने विदेश दौरे के लिए फार्मा कंपनी से टिकट बुक कराना पीजीआई रोहतक के डायरेक्टर डॉ. नित्यानंद को महंगा पड़ गया है। शिकायत मिलने पर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री विज ने मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च डिपार्टमेंट के एसीएस अमित झा को इस संबंध में जांच सौंपी है। दस्तावेज के मुताबिक डॉ. नित्यानंद ने 2013 में दिल्ली से वैंकूवर (कनाडा) की यात्रा की। डॉ. नित्यानंद ने माइक्रो लैब फार्मा को 2013 में पत्र लिखा था कि 18वीं वल्र्ड कांग्रेस में कनाडा जाना है। कृपया टिकट का इंतजाम कर दें। इसके बाद 4 जुलाई को भी दिल्ली से वैंकूवर के लिए टिकट मांगा था। वापसी के लिए 2 सितंबर की बुकिंग का आग्रह किया।
डॉ. हेमंत दौड़ की ओर से ईमेल में कहा गया है कि डॉ. शर्मा को दिल्ली से वैंकूवर की एयर टिकट का प्रबंध करवाया जाए। डॉ. नित्यानंद ने इपोसिस-10 के 6 इंजेक्शन मरीज को लिखे हैं। नेहरा मेडिकल हॉल की ओर से 24 इंजेक्शन इपोसिस-10 के और 5 बॉक्स माइकोफेन का ऑर्डर मुझे किया गया है।
मंत्री के कार्यालय तक पहुंचे दस्तावेजों में डॉ. नित्यानंद की ओर से की गई हवाई यात्रा के टिकट का भी पूरा ब्योरा दिया गया है। उसमें दी गई जानकारी के अनुसार डॉ. नित्यानंद ने वैंकूवर के लिए ब्रिटिश एयरवेज मेें दिल्ली से उड़ान भरी। इसी प्रकार से वे वैंकूवर से दिल्ली वापस आए।
आरोपी डॉक्टर नित्यानंद ने सफाई में कहा कि मुझे बदनाम करने के लिए कुछ लोगों ने साजिश की है। मैंने कई मामलों की जांच की, जिसमें कई डॉक्टरों पर कार्रवाई तय है, लेकिन अभी उन पर एक्शन नहीं लिया गया। मेरे ऊपर लगे सारे आरोप निराधार हैं।