रायपुर (छग)। राज्य में नशीली दवा बेचने वाले मेडिकल स्टोर संचालक पुलिस के निशाने पर आ गए हैं। पुलिस ने दुर्ग के डिपो संचालक को नोटिस जारी कर सबसे ज्यादा दवाएं खरीदने वाले कारोबारियों की जानकारी मांगी है। पुलिस ने नशेडिय़ों में प्रचलित तीन-चार दवाओं के नाम लिखकर ये हिसाब भी पूछा है कि उनके डिपो में हर साल कितना स्टॉक आ रहा है। लेन-देन का पूरा हिसाब भी मांगा गया है। गौरतलब है कि पुलिस को नशीली दवाओं की तस्करी करने वालों से भी कुछ कारोबारियों का क्लू मिला है। उसके बाद बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग और दवा कारोबारियों से भी ऐसे लोगों की जानकारी मांगी गई है। एसएसपी आरिफ शेख ने तस्करों पर कार्रवाई के लिए सभी राजपत्रित अधिकारियों की मीटिंग ली। सभी को अपने-अपने इलाके में ऐसे कारोबारियों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। उनके कारोबार से लेकर दवाई सप्लाई की पूरी जानकारी निकालने का निर्देश दिया है। एसएसपी ने बताया कि छोटे-छोटे तस्करों पर लगातार कार्रवाई हो रही है, लेकिन अब तस्करों को दवाएं सप्लाई करने वाले कारोबारियों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस को अब तक की जांच में अभी आधा दर्जन फार्मा कंपनी का पता चला है। उनका पूरा हिसाब जांचा गया है। कुछ लोगों के नाम सामने आए हंै। उनकी जानकारी निकाली जा रही है। पूरे सबूत के साथ ऐसी दवाइयों का स्टॉक करने वालों के यहां भी छापेमारी की तैयारी है। बता दें कि कुछ दिन पहले जांच के दौरान टाटीबंध के तिरुपति फार्मा की जानकारी मिली थी। उनके यहां से मेडिकल स्टोर के लिए निकले 9 लाख का सिरप जब्त किया गया था। हालांकि सिरप खरीदने वाले अम्लेश्वर और भिलाई के कारोबारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। छापे के बाद से दोनों आरोपी फरार है। उनकी तलाश की जा रही है। सभी थाने में नशीली दवाई को लेकर कार्रवाई की गई। इस दौरान दो-तीन नशीली दवाई के तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे कैप्सूल और सिरप जब्त किया गया है। नशेड़ी इन्हीं का उपयोग नशे के लिए कर रहे हैं।