भीलवाड़ा। प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते सरकार ने निजी अस्पतालों को भी मरीजों को जीवनरक्षक टोसिलिजुमेब व रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के आदेश दिए। अब संक्रमित व्यक्ति निजी चिकित्सालय में भी कम दर पर दोनों इंजेक्शन लगवा सकते हैं। ये दोनों इंजेक्शन एमजीएच में नि:शुल्क लगाए जाते है। हालांकि सरकार ने दोनों इंजेक्शन की दर जारी नहीं की। तो वहीं एमजीएच अधीक्षक – डॉ अरुण गौड़, मरीजों की स्थिति देखते हुए जीवन रक्षक इंजेक्शन लगाए गए। इन नि:शुल्क इंजेक्शन का मरीजों को लाभ मिला और जान बची। सरकार के इस कदम का अच्छा परिणाम लोगों को मिला। एक अधिकारी को तो दो टोसिलिजुमेब लगाए गए थे। दरअसल मरीज की स्थिति को देखकर दो इंजेक्शन भी लगा सकते है। इसकी कीमत लगभग 40 हजार रुपए है। हालांकि रेमडेसिविर की कीमत 1900 रुपए तथा टोसिलिजुमेब की कीमत 21400 है। वहीं भीलवाड़ा के एमजीएच अस्पताल को 5 टोसिलिजुमेब इंजेक्शन मिले। बाद में एमजीएच के डाक्टरों के प्रयास से 50 से अधिक इंजेक्शन मिल चुके है। रेमडेसिविर के 1100 से अधिक इंजेक्शन मिले चुके है। इनमें अधिकांश इंजेक्शन लगाए जा चुके है। दरअसल सीएमएचओ डॉ. मुस्ताक खान ने बताया कि दोनों इंजेक्शन सरकार से कोई निजी हॉस्पिटल खरीदना चाहे तो इसे आरएमएससीएल से खरीद सकता है। रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रत्येक मरीज को पांच से छह लगाए जाते हैं। सरकार ने निजी चिकित्सालय के लिए खरीद दर प्रति इंजेक्शन 2341रुपए रखी है। टोसिलिजुमेब एक इंजेक्शन लगता है।