जोधपुर। चिकित्सा विभाग की टीम ने शहर में कुड़ी और बासनी इलाके सहित बालेसर क्षेत्र में निजी क्लीनिक और बिना डिग्री वाले डॉक्टरों पर छापेमारी की। टीम ने बालेसर के उटांबर गांव में चल रहे निजी क्लीनिक पर छापा मारकर गर्भपात करवाने के औजार व अवधि पार दवाइयां जब्त की। जोधपुर सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा, डॉ. प्रीतमसिंह, डॉ. अरशद खां, औषधी नियंत्रण अधिकारी अनिरुद्ध खत्री व रामप्रसाद की टीम उटांबर गांव में हरिओम रिसर्च सेंटर नाम से संचालित निजी क्लिनिक पर पहुंची। डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया कि उटांबर के इस क्लिनिक के संचालक चुन्नीलाल उर्फ डॉ. सुनील के खिलाफ इलाज के नाम पर ठगी कर मरीजों को लूटने की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थी। क्लिनिक में टीम की जांच में कई अनियमितताएं मिलीं। संचालक के पास एमबीबीएस की डिग्री नहीं थी। केवल जीएनएम की डिग्री मिली। वहीं क्लिनिक चलाने वाले फॉर्मासिस्ट का मेडिकल लाइसेंस भी एक्सपायर हो चुका है। जांच के दौरान क्लिनिक संचालक किसी मरीज को ड्रिप चढ़ा रहा था। मेडिकल स्टोर से भारी मात्रा में एक्सपायरी डेट की दवाइयां, ड्रिप, लेबर टेबल, मेडिकल इंस्टूमेंट को जब्त किया गया। वहीं, क्लिनिक में बंद एक कमरे को जबरन खुलवाकर देखा तो उसमें गर्भपात करवाने के औजार, प्रसव में दिए जाने वाले इंजेक्शन, बीपी इंस्टूमेंट मिले। इसके बारे में संचालक कोई जवाब नहीं दे पाया व बहानेबाजी करने लगा। टीम ने समस्त दवाइयां जब्त कर पूरी रिपोर्ट सीएमएचओ जोधपुर को भेज दी। वहीं, संचालक की जीएनएम डिग्री व क्लिनिक के आगे लगे बालेसर के पूर्व बीसीएमओ डॉ. प्रदीप सक्सेना के नाम के बोर्ड की रिपोर्ट बनाकर आगे कार्रवाई के लिए भेज दी है।