देहरादून (उत्तराखंड)। पीएमएचएस ने राज्य में 400 सरकारी डॉक्टरों की मेंबरशिप को कैंसिल कर दिया है। यह कदम इन डॉक्टरों के निष्क्रिय रहने पर उठाया गया है।

बैठक के दौरान लिया निर्णय 

बता दें कि प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ (पीएमएचएस) उत्तराखंड राज्य में सरकारी डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था है। फिलहाल राज्य में करीब 2,500 सरकारी डॉक्टर हैं। इनमें से 1,400 पीएमएचएस के साथ रजिस्टर्ड हैं।
बीते दिवस देहरादून में हुई बैठक के दौरान एसोसिएशन के सदस्यों ने 400 डॉक्टरों के निष्क्रिय रहने पर यह निर्णय लिया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देश

एसोसिएशन ने इनको तब तक निलंबित करने की घोषणा की, जब तक वे सदस्यता का नवीनीकरण नहीं करा लेते। एसोसिएशन ने सभी 13 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देश दिया है कि वे डॉक्टरों की भागीदारी सुनिश्चित करें। एसोसिएशन के कामों में शामिल न होने पर उनकी समस्याओं का समाधान कर पाने में एसोसिएशन असमर्थ होगी।

प्रत्येक डॉक्टर की राय जरूरी

पीएमएचएस

यह जानकारी पीएमएचएस देहरादून शाखा के सचिव डॉ. मनोज वर्मा ने दी। डॉ. वर्मा ने कहा कि नीतियों से संबंधित मामलों में प्रत्येक डॉक्टर की राय जरूरी है। इससे उच्च अधिकारियों के सामने एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत कर पाना संभव होता हैे। बैठक में पीएमएचएस के सुचारू संचालन और चुनाव से संबंधित अन्य निर्णय भी लिए गए।

डॉक्टरों से सुस्त मिल रही थी प्रतिक्रिया 

डा. वर्मा के अनुसार, एसोसिएशन को नए शामिल हुए डॉक्टरों और मौजूदा डॉक्टरों से सुस्त प्रतिक्रिया मिल रही थी। इस कारण कुछ डॉक्टरों की सदस्यता रद करने का निर्णय लिया गया है।