रायपुर (छत्तीसगढ़): स्वाइन फ्लू में बच्चों को दी जाने वाली दवा का राज्य में बेहद अभाव है। अंबेडकर अस्पताल में भी स्वाइन फ्लू पीडि़त मरीजोंं को दवा नहीं मिल पा रही। 30 मिग्रा वाली टैमी फ्लू टेबलेट का स्टॉक ही नहीं है। यह टेबलेट एक से चार साल तक के बच्चों के लिए है। शिशु मरीज को 10 दिनों तक दो टेबलेट के हिसाब से 20 टेबलेट दी जाती है। चार से 10 साल के बच्चों को 60 मिग्रा की टेबलेट दी जाती है, जो अस्पताल में गिनती के हैं। प्रबंधन के मुताबिक स्टाक मंगाया गया है, लेकिन अब तक नहीं पहुंचा। उधर, दवा कारोबारियों के मुताबिक, अब तक करीब 10 करोड़ की टेबलेट और वैक्सीन सेल हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, जनवरी से अब तक रायपुर जिले में स्वाइन फ्लू से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में मृतकों की संख्या का आंकड़ा 100 पार कर चुका है। राज्य के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में व्यस्कों के लिए टेबलेट तो है, लेकिन बच्चों के लिए टैमी फ्लू टेबलेट बिल्कुल नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले बच्चे भी आ रहे हैं। 100 संदिग्ध बच्चों के लिए 1000 टेबलेट की जरूरत पड़ेगी। डॉक्टरों का कहना है कि इन दिनों अचानक ठंड बढऩा स्वाइन फ्लू के वायरस फैलाने के अनुकूल है इसलिए समय पर दवा मिलना बेहद जरूरी है। अंबेडकर अस्पताल में स्वाइन फ्लू के मरीजों के पंजीयन और सैंपल देने के लिए अलग से कोई प्रबंधन नहीं है। संदिग्ध मरीज पंजीयन काउंटर से लेकर ओपीडी जा रहा है। इससे दूसरे मरीजों में फ्लू का खतरा बढ़ जाता है।