नई दिल्ली : केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण को यहां सफदरजंग अस्पताल में सेवाओं की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि देश के सभी अस्पतालों में इन सुविधाओं को अपनाया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित सफदरजंग अस्पताल को हाल में तब लोगों की व्यापक आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब अस्पताल की आपातकालीन इकाई के बाहर एक महिला के बच्चे को जन्म देने का वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ था।

अस्पताल प्रशासन ने उस मामले में पांच चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जबकि तीन अन्य को अंतिम जांच रिपोर्ट आने तक ड्यूटी करने से रोक दिया था।

ग्रामीण विकास मंत्रालय के भू-संसाधन विभाग के अतिरिक्त सचिव हुकुम सिंह मीणा ने अस्पताल में सुविधाओं की प्रशंसा करते हुए 26 जुलाई को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखा था।

अधिकारी ने कहा कि उन्होंने हाल ही में अपनी पत्नी और एक रिश्तेदार के इलाज के लिए अस्पताल में नेत्र विज्ञान, न्यूरोलॉजी और न्यूरो-सर्जरी विभागों का दौरा किया था।

उन्होंने कहा कि तीन मामलों में से दो मामलों में वह वरिष्ठ प्रबंधन के किसी संदर्भ के बिना वहां गए थे।

मीणा ने पत्र में लिखा, “यह उल्लेख करना अत्यंत प्रशंसनीय है कि न्यूरोलॉजी और न्यूरो-सर्जरी विभाग में कोई भीड़ नहीं थी। मैंने देखा कि अधिकतर रोगियों को सीरियल नंबर दिए गए थे और वे एक अच्छे वातावरण में एक बेंच पर आराम से बैठे थे। वहां पूर्ण शांति थी और मरीज अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सहायक कर्मचारी बहुत मददगार थे और वरिष्ठ डॉक्टर – न्यूरोलॉजी विभाग के शिशिर चंदन और न्यूरो-सर्जरी विभाग के के.बी. शंकर – रोगियों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुन रहे थे और उन्हें बीमारियों के अनुसार सलाह दे रहे थे।

वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि वर्तमान स्थिति और लगभग चार साल पहले अस्पताल द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में काफी अंतर था।

उन्होंने कहा, “यह फिर से एक उल्लेखनीय बदलाव है जिसे मैंने तीन से चार साल बाद देखा है। पूर्ण स्वच्छता और सफाई थी और प्रत्येक जरूरतमंद रोगी को दवाएं उपलब्ध कराई गई थीं।”

मीणा ने पत्र में लिखा, “हालांकि मैंने अखबारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कुछ नकारात्मक खबरें देखी हैं, लेकिन यह विचलन हो सकता है और कुछ परिस्थितिजन्य हालातों के कारण हो सकता है। हालांकि, नागरिकों के जबरदस्त दबाव में भी अस्पताल में जिस तरह की सेवाएं और व्यवस्थाएं प्रदान की जाती हैं, वह सराहनीय है।