WHO: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में दावा किया है कि भारत में बने कफ सिरप पीने से 300 बच्चों की जान गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भारत में निर्मित घटिया सिरप के पीने से  तीन देशों में अगस्त 2022 से अब तक 300 बच्चों की मौत हो चुकी है। अधिकारी इससे संबंधित डेटा एकत्रित करने में जुटे हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी घटिया और नकली मेडिकल प्रॉडक्ट्स से निपटने के लिए फार्मा कंपनियों के संगठनों और समाज के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है।

इस मुद्दे पर परामर्श जारी हैं : WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि खांसी के सिरप में दूषित पदार्थ के रुप में डायथिलीन ग्लाइकॉल या एथिलीन ग्लाइकॉल की अस्वीकार्य मात्रा होती है। रिसर्च लैब के विशिष्ट विवरण के लिए स्तर भिन्न-भिन्न होते हैं। लैब रिसर्च के विशिष्ठ विवरण के लिए स्तर भिन्न होते हैं। गाम्बिया में बच्चों की “रहस्यमय मौतों” की जांच के लिए भारत के द्वारा गठित एक समिति को भारतीय कंपनी की खांसी की दवा और मौतों के बीच कोई “पर्याप्त सबूत” नहीं मिला है।

बच्चों की मौत को रोकना प्राथमिकता

भारत और इंडोनेशिया में छह दवा निर्माताओं की पहचान की है जो इस कफ सिरप का उत्पादन करते हैं। इन निर्माताओं ने या तो जांच पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है या इस बात से इनकार कर दिया कि दूषित सामग्री की वजह से कोई भी मौत हुई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने संगठन के काम के विवरण पर कोई टिप्पणी नहीं की। मगर, उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए पहली प्राथमिकता है कि और अधिक बच्चों की मौत किसी ऐसी चीज से न हो, जिसे रोका जाना बहुत जरूरी है।

फार्माकोलॉजिस्ट वाईके गुप्ता के नेतृत्व में समिति

मशहूर फार्माकोलॉजिस्ट वाईके गुप्ता के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा गठित समिति ने इस महीने दवा नियामक और स्वास्थ्य मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। एक सूत्र ने कहा, समिति ने 6-7 बैठकें कीं, लेकिन दोनों के बीच कोई संबंध खोजने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले।

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