बिहार के सुलतानगंज में भारी मात्रा में एक्सपायर्ड दवाएं फेंके जाने से स्वास्थ्य विभाग में हडक़ंप मचा है। जिला भागलपुर के तहत आने वाले सुलतानगंज के भीरखुर्द बहियार में करीब 25 बोरी दवाईयां फेंके जाना स्वास्थ्य सिस्टम की घोर लापरवाही उजागर कर रहा है। इतनी बड़ी मात्रा में दवाइयां कूड़े के ढेर में पड़ी देखकर लोग हैरान और गुस्से में हैं। लोगों का कहना है कि दवाईयों के अभाव में लोगों की जान जा रही है और विभाग की लापरवाही से पड़ी-पड़ी दवाईयां एक्सपायर्ड होकर कूड़ा हो रही हैं। लोगों ने कहा कि इसमें बड़े भ्रष्टाचार की बू आ रही है। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया।

क्षेत्र के मुखिया ने सवाल खड़ा किया है कि यदि निजी दुकान संचालकों द्वारा दवाएं फेंकी गई हैं तो उनके पास सरकारी दवाएं आई कैसे? सीधे तौर पर यह सरकारी सिस्टम का कारनामा है। बता दें कि पहले भी कई बार एक्सपायर्ड दवाएं फेंके जाने के मामला उजागर हो चुके हैं लेकिन ठोस कारवाई न होने के चलते विभाग के कानों पर जूं नहीं रेंगती। भीरखुर्द के मुखिया संजीव सुमन ने पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ध्यान देने वाली बात ये भी कि बड़ी मात्रा में एक्सपायर्ड दवाएं यूं खुले में फेंके जाने से संक्रमण का खतरा है।