ग्वालियर। केेंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अमृत योजना के तहत जेएएच में जल्द ही मेडिकल स्टोर खोला जाएगा। इस स्टोर पर मरीजों को दवा व इंप्लांट पर 70 फीसदी की छूट मिलेगी। अभी तक प्रदेश के एम्स के साथ छह मेडिकल कॉलेजों में अमृत योजना के तहत मेडिकल स्टोर चलाए जा रहे हैं।

गौरतलब है कि अमृत योजना के तहत देशभर के 129 मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में आने वाले मरीजों को दवाएं, सर्जिकल सामान, इंप्लांट सस्ता देने के लिए मेडिकल स्टोर खोलने का निर्णय लिया गया था। जेएएच में यह मेडिकल स्टोर जनवरी में खुलना था। प्रदेश सरकार और जीआरएमसी से एमओयू साइन होने और स्थान तय होने में देरी के चलते इतना समय लग गया।

आमतौर पर मेडिकल स्टोर संचालक थोक दवा विक्रेता से और थोक दवा विके्रता स्टॉकिस्ट से दवा खरीदते हैं। इन सभी का कमीशन होने के कारण दवा मरीज तक पहुंचते-पहुंचते उसे अधिक लाभ नहीं मिल पाता है। अब अमृत फार्मेसी सीधे कंपनी से दवा खरीदकर मरीजों को देगी। इसलिए मरीज को दवा सस्ती मिलेगी। प्रदेश सरकार ने इससे पहले जन औषधि केंद्र खुलवाए थे। इसके तहत शहर में चार जन औषधि केंद्र खोले गए थे। इन केंद्रों पर जेनरिक दवाएं ही मिलती थीं। इस कारण ये केंद्र सफल नहीं हो पाए। प्रोजेक्ट इंचार्ज भुजवेंद्र यादव ने बताया कि अमृत फार्मेसी में जेनरिक दवाओं के साथ-साथ कंपनी की दवाएं भी रहेंगी। साथ ही सर्जिकल सामान भी सस्ते में मिलेगा। कैंसर की दवाएं मरीज को बाजार से 40 से 60 प्रतिशत कम रेट में मिलेंगी। जेनरिक दवाएं करीब 70 प्रतिशत, एथिकल दवाएं 10 से 30 प्रतिशत और सर्जिकल सामान 40 से 60 प्रतिशत सस्ता मिलेगा। यहां अस्पताल के साथ-साथ कोई भी मरीज डॉक्टर का पर्चा दिखाकर दवा ले सकता है।