नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियों ने अपने पैर फैला लिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार मलेरिया ने पिछले चार साल का रिकॉर्ड तोड़ डाला है। हालांकि, डेंगू और चिकनगुनिया के केस बीते वर्षों के अनुपात में कम ही मिले हैं। सबसे ज्यादा मलेरिया के मामले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सेंट्रल, नजफगढ़ जोन में मिले हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में मलेरिया के 85 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सिर्फ दिल्ली में वर्ष 2012 में मलेरिया के 822 मामले सामने आए थे। इसके बाद 2013, 2014, 2015, 2016 में क्रमश: 514, 201, 310 और 454 मामले सामने आए, लेकिन इस वर्ष नवंबर के शुरू तक मलेरिया के 552 मामले सामने आ चुके हैं। उत्तरी एवं दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 82, पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 50 जबकि 26 मामले दिल्ली कैंट में सामने आए हैं। यदि दिल्ली के बाहर से आए 546 मामलों को भी इसमें शामिल कर लिया जाए तो मलेरिया के मामले 1098 तक पहुंच जाते हैं।