नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्ष्ता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान देश में ही सस्ते वैक्सिन, बायोथिरेपियुटिक्स (दवाओं), चिकित्सा एवं जांच उपकरणों के विकास के लिए 1500 करोड़ रुपए के बायोफार्मा मिशन की मंजूरी पर मुहर लगी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार और सस्ती स्वास्थ्य सेवा का मार्ग प्रशस्त होगा। ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि मिशन में 12.5 करोड़ डालर का निवेश भारत सरकार द्वारा किया जाएगा जबकि इतनी ही राशि देने में विश्व बैंक सहयोग करेगा।
फार्मा उद्योगों और अकादमियों की साझेदारी से इस क्षेत्र में अनुसंधान को प्रोत्साहित करने वाला यह अपनी तरह का पहला मिशन होगा। यह मिशन बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (बाइरैक) के संचालन में आगे बढ़ेगा। इससे सरकार द्वारा सबको स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के संकल्प को बल मिलेगा। साथ ही, अनुसंधानकर्ताओं, स्टार्टअप और लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए स्वदेशी उत्पादों के विकास के अनुकूल बेहतर वातावरण तैयार होगा।  मिशन के तहत टीका, उपचार में जीवित कोशिकाओं के प्रयोग से संबंधित उत्पाद बायोथिरेपियुटिक्स, चिकित्सा उपकरणों तथा नैदानिक डायग्नोस्टिक उत्पादों के विकास पर ध्यान दिया जाएगा।