मुंबई: फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने एक विशेष मुहिम चलाकर राज्य के कई जिलों में नकली सौंदर्य उत्पाद बनाने वाली कंपनियों का गोरखधंधा पकड़ा। कंपनियां आसपास ब्यूटी पार्लर और दुकानों से गठजोड़ कर नकली सौंदर्य प्रसाधान कारोबार को सिरे चढ़ा रही थी।
एफडीए अधिकारी की मानें तो नकली उत्पाद बनाने के लिए कंपनियों द्वारा निचले दर्जे का केमिकल्स इस्तेमाल किया जा रहा था। इसकी जांच करवाई जा रही है। गुणवत्ताविहीन केमिकल्स से त्वचा पर बुरा असर पड़ सकता है। चर्म रोग हो सकते हैं। टीम ने पार्ले से 18 लाख रुपये से अधिक का सामान और इसे बनाने के लिए लगने वाली मशीनें जब्त की गई हैं। पार्ले की कंपनी आसपास के इलाकों के ब्यूटी पार्लर को भारी मात्रा में नकली उत्पादों की आपूर्ति की जाती थी।
ब्रांडेड सौंदर्य उत्पादों को निश्चित मापदंडों के अनुसार बनाया जाता है जबकि अवैध तरीकों से बनाए जाने वाले उत्पादों का कोई मापदंड नहीं होता। ऐसे में इनके इस्तेमाल से चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। चूंकि ब्यूटी पार्लर में सौंदर्य उपचार के वक्तउत्पादों पर लोग ज्यादा ध्यान नहीं देते, ऐसे में आसानी से नकली उत्पादों का धंधा फल-फूल जाता है। बता दें कि पिछले दिनों जांच के दौरान पुणे में भी नकली सौंदर्य उत्पाद जब्त किए गए थे। जांच में इसके तार ठाणे से भी जुड़े मिले। ठाणे की एक कंपनी न केवल नकली सौंदर्य उत्पादों का निर्माण कर रही थी, बल्कि उसे पुणे और आसपास के इलाकों में बेच भी रही थी। कंपनी बगैर लाइसेंस के सौंदर्य उत्पादों सहित आयुर्वेदिक दवाएं भी बना रही थी। इन लोगों के खिलाफ ड्रग एंड कॉस्मेटिक ऐक्ट के तहत मामला दर्ज कार्रवाई की जा रही है।