नई दिल्ली। रीढ़ की हड्डी में लगी चोट ठीक करने और शरीर के जटिल भागों में दवा पहुंचाने के लिए अब मैग्नेटिक सर्जिकल सीमेंट का इस्तेमाल किया जाएगा। आमतौर पर ट्यूमर या ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त मरीजों के इलाज के लिए उनकी चोट में सर्जिकल सीमेंट का इस्तेमाल होता है। इस प्रक्रिया को कीफोप्लास्टी कहते हैं। यह हड्डियों को स्थिर कर उन्हें जोडऩे में तो मदद करती है, लेकिन इससे रीढ़ की हड्डी के ट्यूमर का इलाज नहीं किया जा सकता क्योंकि वहां तक दवा पहुंचाना कठिन है।

अमेरिका के शिकागो स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉयस के शोधकर्ताओं ने इसका समाधान निकालने के लिए सर्जिकल सीमेंट में कुछ चुंबकीय कण मिला दिए। ये चुंबकीय कण चोट तक दवा को आसानी से पहुंचा सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि कीफोप्लास्टी तकनीक में इस सुधार से हम रीढ़ की हड्डी को स्थिर करने के साथ ही दवा सही जगह पहुंचा सकते हैं। आगे चलकर स्पाइनल ट्यूमर से ग्रसित लोगों की सर्जरी करने की जगह इसी तरीके से उपचार किया जा सकेगा। फिलहाल वैज्ञानिकों ने सुअरों पर इसका इस्तेमाल किया है।