बेगूसराय। सरकार के द्वारा लगातार गरीबों के लिए दवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में भेजी जाती है लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो की लापरवाही नजर आ रही है। बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में दवा एक्सपायर हो जाती है उसके बाद उनको आग के हवाले कर दिया जाता है। गौरतलब है कि ग्रामीण व गरीब मरीजों के लिए सरकार के द्वारा दी गई बहुमूल्य लाखों की दवा को खोदावंदपुर स्वास्थ्य प्रबंधन ने आग के हवाले कर दिया। आग की लपट इतनी तेज थी कि खोदावंदपुर थाना स्थित मिनी दमकल गाड़ी को अस्पताल जाकर आग को बुझाना पड़ी।
इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि कोई आवश्यक दवा नहीं जलाई गई है। वेस्टेज कचरा जलाया गया है। जब उन्हें जली हुई दवाओं का फोटो दिखाया गया तो, उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधक और स्टोर कीपर से बात करेंगे। अगर जानबूझ कर कोई दवा जलाने की बात सामने आई तो दोषी पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
लोगों ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावंदपुर में लाखों की कीमती दवा रोगी को नहीं देकर एक्सपायर करा दी गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने दवा पुराने अस्पताल के पीछे कचरा के ढेर पर फेंककर उसमें आग लगा दी। आग की लपट इतनी तेज हो गई थाना से मिनी दमकल गाड़ी को मंगानी पड़ी।
कचरे के ढेर पर लाखों की अधजली दवा फ्लू ब्लास्ट, सोडियम क्लोराइड, नोजल सॉल्यूशन, छाया गर्भ निरोधक गोलियां, लिग्नोकेन मलहम, हाड्रोक्लोराइड मलहम, आइवी सेट, सलाइन सेट, लिग्नोकैन वाइल, ओआरएस पाउडर, मेनोटोल सलाइन आदि बिखरा पड़ा था। प्रखंड के राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा दवा को जलाना किसी बड़े दवा घोटाले की ओर इशारा करता है। जिला प्रशासन से खोदावंदपुर अस्पताल प्रबंधन द्वारा दवा जलाने के मामले की जांच करा, दोषी कर्मी पर कार्रवाई करने की मांग की है।