नई दिल्ली। सावधान! वियाग्रा का हाई डोज आपकी आंखों की रोशनी को छीन सकता है। दरअसल, सेक्स पॉवर बढ़ाने वाले ब्रांड वियाग्रा के तहत सिल्डेनाफिल साइट्रेट के रूप में कुछ दवाइयां बेची जा रही हैं। रिसर्च में यह भी पाया गया है कि वियाग्रा का अधिक डोज आंखों की रोशनी पर प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में आपके लिए इसका सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है। शोध के अनुसार, जो पुरूष वियाग्रा खाते हैं उनमें आंखों की रोशनी कम होना या फिर कलर ब्लाइंडनेस की समस्या अधिक देखने को मिली है। इरेक्टाइल डिस्फंशन पुरुषों के लिए मनोवैज्ञानिक परिणाम हो सकता है, जिससे वह प्रभावित हो सकते हैं। साथ ही, यह यौन संबंध को और अधिक कठिन बना सकता है। न्यूयॉर्क शहर के माउंट सिनाई में इकन स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं का कहना है कि वियाग्रा की उच्च खुराक का उपयोग करने से अंतत: महत्वपूर्ण दीर्घकालिक दृष्टि क्षति हो सकती है। प्रमुख अन्वेषक डॉ. रिचर्ड रोसेन का दावा है लोग फिलॉसोफी में जीते हैं और इस बात को मानते हैं कि जो थोड़ा सा भी अच्छा है, तो वह सबसे बेहतर है। यह अध्ययन बताता है कि आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवा की एक बड़ी खुराक कितनी खतरनाक हो सकती है। विशेष रूप से यह दवा रंगीन दृष्टि को सबसे अधिक प्रभावित कर सकती है। सिल्डेनाफिल, जिसे आमतौर पर वियाग्रा के नाम से जाना जाता है, यह 1998 में इरेक्टाइल डिस्फंशन के उपचार के रूप में मिलना शुरू हुई और जल्द ही सबसे तेजी से बिकने वाली दवा बन गई। इसे यौन प्रदर्शन को बढ़ाने वाले उपचारों के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा है।