नई दिल्ली। भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (ढ्ढक्रष्ठ्रढ्ढ) ने स्टैंडर्ड हेल्थ प्रोडक्ट को मंजूरी दे दी है। प्राधिकरण के चेयरमैन सुभाष चंद्र खुंटिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि स्टैंडर्ड हेल्थ प्रोडक्ट को मंजूरी दी गई है। ये प्रोडक्ट सभी कंपनियों के लिए समान होगा और सभी के लिए होगा। इसका कवर 10 लाख रुपये तक होगा। इस प्रोडक्ट के आने से सभी बीमा कंपनियां एक फीचर की पॉलिसी देंगी। हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में लोगों की कम जानकारी और कंपनियों के अलग-अलग प्लान के चलते अभी तक बहुत भ्रम की स्थिति रहती थी। स्टैंडर्ड हेल्थ प्रोडक्ट आने से लोगों को बहुत ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत नहीं होगी और उन्हें हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय पता होगा कि बीमा कंपनी से उन्हें क्या सुविधाएं मिलने जा रही हैं। नया प्रोडक्ट आने के बाद पॉलीसी सभी बीमा कंपनियां एक समान रिस्क कवर देगी। ये प्लान सभी तरह के लोगों के लिए होंगे और इसका रिस्क कवर 10 लाख रुपये तक होगा। बीमा नियामक पॉलिसी की प्रीमियम नहीं तय करेगा। आईआरडीएआई द्वारा सिर्फ पॉलिसी के फीचर्स तय किए जाएंगे, उसकी प्रीमियम कंपनियां खुद तय कर सकती हैं। हालांकि बाजार की प्रतिस्पर्धा को देखते हुए माना जा रहा है कि कीमतें किफायती ही होंगी। मेडिक्लेम पॉलिसी के बारे में जल्द ही नए दिशानिर्देशों की घोषणा की जाएगी। नई पॉलिसी के आने के बाद बीमा कंपनियों को उन बीमारियों को भी अपने कवर में शामिल करना होगा, तो अभी तक शामिल नहीं हैं। इससे हेल्थ इंश्योरेंस लेने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें कई बार हेल्थ इंश्योरेंस होने के बाद भी बीमारी का खर्च नहीं मिलता था।