नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी का असर देश में बढ़ता जा रहा है और इस बीच चीन से आई रैपिड टेस्ट किट भी बड़ी चिंता बन गई हैं। कई राज्य सरकारों ने इसकी क्वालिटी पर सवाल उठाए हैं तो अब हरियाणा सरकार ने इसके दामों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। हरियाणा ने चीनी कंपनी को दिए 1 लाख रैपिड किट के ऑर्डर को रद्द कर दिया है और अब इसे साउथ कोरिया की कंपनी से लेने का फैसला लिया है। हरियाणा सरकार में सूत्रों की मानें तो चीन से जो रैपिड टेस्ट किट ली जा रही थीं, उसकी कीमत 780 रुपये प्रति किट पड़ रही थी। लेकिन ये कीमत हरियाणा के ही मानेसर में मौजूद साउथ कोरियाई कंपनी की ब्रांच से लगभग दोगुनी है। साउथ कोरियाई कंपनी सिर्फ 380 रुपये प्रति किट के हिसाब से दे रही है। ऐसे में अब इसी कंपनी से किट मंगाने का फैसला हुआ है, जिसकी वजह से सरकार के कुल 4 करोड़ रुपये बचेंगे।
राज्य सरकार में मंत्री अनिल विज का कहना है कि हमने चीन से रैपिड किट मंगवाने का फैसला किया था, लेकिन ये हमें काफी अधिक दाम में मिल रही थीं। इसलिए हमने चीनी ऑर्डर को रद्द कर दिया है और साउथ कोरियाई कंपनी से किट लेने का फैसला लिया है। 25 हजार किट हमें मिल भी चुकी हैं। गौरतलब है कि हरियाणा के मानेसर में साउथ कोरियाई कंपनी के द्वारा बनाई जा रही रैपिड किट को ICMR से मंजूरी मिल चुकी है। कंपनी का दावा है कि वह एक महीने में 10 मिलियन किट बना सकती है। हरियाणा सरकार ने राज्य में बड़ी संख्या में कोरोना वायरस का टेस्ट करवाने का फैसला लिया है। बीते कुछ दिनों में चीन से आई रैपिड टेस्ट किट में शिकायत मिली हैं, जिसके बाद केंद्र सरकार ने अगले दो दिनों के लिए इन किटों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। वहीं, भारत में मौजूद चीनी दूतावास की ओर से आश्वासन दिया गया है कि भारत के द्वारा उठाई जा रही शिकायतों पर वह समाधान करने के लिए तैयार हैं।