नई दिल्ली। जीटीबी इलाके में दो नर्सें कोरोना पॉजिटिव मिली हैं। इसके बाद प्रशासन ने जीटीबी एनक्लेव को सील कर दिया है। जीटीबी अस्पताल के ठीक सामने डीडीए के 1985-86 में बने एमआईजी, एलआईजी और जनता फ्लैट्स हैं। इन्हें पहले डीडीए फ्लैट्स नंद नगरी का नाम दिया गया था। जीटीबी अस्पताल 1987 में बना तो फिर नामकरण जीटीबी एनक्लेव कर दिया गया। जीटीबी अस्पताल परिसर में ही 2006 में दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट शुरू किया गया था, जो आज कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। एक डॉक्टर अपने विदेश से आए भाई से संक्रमित हो गए, जिसकी जद में इंस्टिट्यूट का छह मेडिकल स्टाफ आ चुका है। दो पीडि़त नर्स जीटीबी एनक्लेव इलाके की रहने वाली हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कोरोना पीडि़त एक नर्स का तीन साल का बच्चा है। नर्स फिलहाल प्रेग्नेंट भी है, जिन्हें रविवार को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। पति और ढाई साल का बच्चा घर में ही क्वारंटीन किए गए हैं। आरडब्ल्यूए के महासचिव मदन मोहन त्रिपाठी ने बताया कि दो स्टाफ नर्स के पीडि़त मिलने से कॉलोनी वालों को एहतियात बरतने की हिदायत दी गई है और लगातार सैनिटाइजेशन का काम चल रहा है। पुलिस ने रविवार को विदेश से आए 14 दिन के लिए क्वारंटीन किए गए लोगों के वेरिफिकेशन का अभियान चलाया। इस दौरान गायब आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।