पटियाला। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) देशभर के सभी 1.2 मिलियन फार्मासिस्ट के विवरण के साथ एक फार्मासिस्ट रजिस्ट्रेशन और ट्रैकिंग सिस्टम स्थापित करने जा रहा है, जो कि लाइव रजिस्टर होगा। इस सिस्टम के जरिए आसानी से किसी भी एजेंसी के द्वारा देश के किसी भी फार्मासिस्ट का पता लगाया जा सकेगा। इस सिस्टम से डेटा एनालिसिस के लिए महत्वपूर्ण जानकारी भी मिल सकेगी, जिससे भविष्य में इस प्रोफेशन के स्कोप का भी पता चल पाएगा। पीसीआई, फार्मेसी एजुकेशन को और आगे बढ़ाने के लिए एक वेबसाइट बनाना चाहती है, जो स्टूडेंट पोर्टल होगा और उसके माध्यम से पूरे देशभर से स्टूडेंट्स मुफ्त में ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे। यह जानकारी सीजीसी लांडरा में आयोजित हुई दो दिवसीय फार्मेसी नेशनल कान्फ्रेंस में उपस्थित फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के वाइस चांसलर, जेएसएस यूनिवर्सिटी मैसूर के प्रो. बी. सुरेश ने दी।
प्रोफेसर सुरेश ने कहा कि इंडस्ट्री अकादमिक इंटरफेस को बेहतर बनाने के लिए जल्द ही फार्मेसी के पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को उद्योग प्रशिक्षण या अनुसंधान में अपने डिग्री कोर्स के एक वर्ष को पूरा करने का विकल्प प्रदान किया जाएगा। इस इवेंट के गेस्ट ऑफ आनर दा इंडियन एसोसिएशन ऑफ कॉलेज ऑफ फार्मेसी (आइएसीपी) चेन्नई के प्रेसीडेंट प्रोफेसर (डॉ.) के चिन्नास्वामी, एनआइपीईआर, मोहाली के डायरेक्टर प्रोफेसर (डॉ.) एआर राओ उपस्थित थे। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश से 500 स्टूडेंट्स, फैकल्टी और रिसर्चर्स ने रोल ऑफ फार्मासिस्ट्स इन अकाडमिया और रिसर्च नैशनल कॉन्फ्रेंस में भाग लिया।