नई दिल्ली। देश की फार्मास्यूटिकल्स इंडस्ट्री में अच्छे दिन आने वाले हैं। इंडस्ट्री नए साल में हायरिंग के अपने आंकड़े मजबूत रखेगी। इकॉनमी की मौजूदा ग्रोथ, बेहतर स्वास्थ्य जागरुकता और औसत आयु बढऩे से भविष्य में सेक्टर की ग्रोथ डबल डिजिट में बने रहने की उम्मीद है। नोवार्टिस, अपोलो हॉस्पिटल्स, फोर्टिस हेल्थकेयर और बायोकॉन जैसी कंपनियों का कहना है कि सेक्टर में डायग्नोस्टिक्स, एडमिनिस्ट्रेशन जैसे पोजिशंस में हायरिंग में तेजी देखने को मिलेगी। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंडस्ट्री की बढ़ती ग्रोथ संभावनाओं को देखते हुए अगले साल नौकरियों में करीब 10 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। प्लेसमेंट फर्म टीमलीज के मुताबिक, जीएसटी के लागू होने से फार्मा सेक्टर में हायरिंग बढ़ेगी।
उसके मुताबिक, सेक्टर में जॉब क्रिएशन में डबल डिजिट में बढ़ोतरी हो सकती है। बोरिंगर इंगेलहाइम इंडिया के एचआर डायरेक्टर संजय श्रीवास्तव का कहना है कि फार्मा सेक्टर का आउटलुक पॉजिटिव है। इससे इंडस्ट्री में मेडिकल और मार्केटिंग फंक्शन में फ्रंटलाइन सेल्स और मिडल मैनेजमेंट लेवल पर हायरिंग बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि भारतीय और वैश्विक कंपनियों के बीच बढ़ते गठजोड़ से इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा और क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, जिससे ह्यूमन रिसोर्सेज का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा और छंटनी का जोखिम कम होगा। अपोलो को डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ या एलाइड हेल्थ प्रफेशनल्स समेत मेडिकल केयर में स्पेशलिस्ट टैलंट की जरूरत होगी। अगले 2-3 सालों में इसकी करीब 20,000 एंप्लॉयीज जोडऩे की योजना है। फिलहाल, इसके एंप्लॉयीज की संख्या 70,000 है।