रायपुर (छग)। सावधान! अगर आप इंफैक्शन, दर्द, एंटीबायोटिक आदि दवाइयां खरीदने जा रहे हैं तो सतर्क रहें। देशभर में ड्रग एलर्ट जारी किया गया है। इसके तहत बताया गया है कि मुंबई और गोवा में चार तरह की दवाइयां अमानक मिली हैं। इनमें इंफैक्शन, दर्द, एंटीबायोटिक सहित अन्य मेडिसिन शामिल हैं। ड्रग विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है। सरकार द्वारा ड्रग एलर्ट जारी करने के बाद बिलासपुर के ड्रग विभाग ने तेजी से जांच और कार्रवाई शुरू कर दी है। कई जगह जरूरी दवाओं के सैंपल भी लिए गए हैं। बिलासपुर में ड्रग विभाग की टीम ने हर माह में पांच सैंपल के हिसाब से अब तक सालभर में 60 सैंपल रायपुर लैब को भेजे है। इनमें अधिकतर की रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। बिलासपुर के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इसके लिए पत्राचार किया है। उनके मुताबिक रिपोर्ट फेल मिलने पर वहां दोबारा उस दवा की जांच होती है। इसके कारण थोड़ी देरी हो सकती है। मेडिसिन में अमानक रिपोर्ट मिलने पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाती है। फिलहाल केंद्र सरकार ने चार दवाओं के लिए ड्रग एलर्ट जारी किया है। असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर राजेश क्षत्रिय का कहना है कि उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम को इसके निर्देश दिए हैं। वे हर मेडिकल स्टोर का जायजा लेंगे ताकि इनमें शामिल कोई भी दवा लोगों तक नहीं पहुंच सके। दवाएं मिलीं तो इन्हें कंपनी को वापस लौटाने का काम होगा। उन्होंने बताया कि विभाग इसके लिए गंभीरता बरत रहा है। यह उनकी जिम्मेदारी में शामिल है। जिन दवाओं में गड़बड़ी मिली हैं, उनमें एक एजी टेग रेनिडिटी शामिल है। इसे गोवा के ड्रग इंस्पेक्टर ने एक मेडिकल शॉप से उठाकर लैब में जांच करवाई है। इसमें ही यह अमानक मिली है। इसका उपयोग इंफेक्शन को दूर करने के लिए होता है। इसी तरह क्योप्रोसिन आइटमेंट मल्हम के अलावा डाइक्लोफेनिक जेट की रिपोर्ट भी अमानक आई है। यूरिन इंफेक्शन में इस्तेमाल नारकोफ्लोसिन की दवा भी मानकों पर खरा नहीं उतर पाई हैं। इसके कारण ही इन दवाओं के लिए छत्तीसगढ़ में ड्रग एलर्ट जारी किया गया है।