बीमारों की ढाल बनने आ गए हैं बंगलुरू से डॉ. देवी शेट्टी
नई दिल्लीः सस्ते में बेहतरीन इलाज को लेकर पूरे देश में चर्चित बैंगलुरू के उदार अस्पताल उद्यमी डॉ. देवी शेट्टी के एनसीआर में प्रवेश से खासी हलचल पैदा हो गई है। माना जा रहा है कि अब यहां के मरीजों के भी अच्छे दिन आने वाले हैं। नारायणा हेल्थ नामक अस्पताल श्रृंखला के प्रणेता एवं दिल के जाने माने सर्जन डॉ. देवी शेट्टी ने मेडिकेयर हेल्थ से बात करते हुए यह कहा भी है कि स्वास्थ्य सेवा के उनके मूल्य यहां भी वही रहेंगे जो दक्षिण भारत के उनके अस्पतालों में रहे हैं। उन्होंने कहा है कि कम खर्च में उत्कृष्ट इलाज मुहैय्या करने के लिए ही नारायणा हेल्थ श्रृंखला अस्तित्व में आया है। उनके अस्पताल कहीं भी खुलें, वे उन्हीं आदर्शों का पालन करेंगे।
एनसीआर में भी अब नारायणा हेल्थ के दो अस्पताल होंगे। एक दिल्ली में और दूसरे गुड़गांव में। डॉ. देवी शेट्टी ने यह भी कहा है कि वे पूरे उत्तर भारत में अपने विस्तार की योजना बना रहे हैं। फिलहाल एनसीआर में यह हाल है कि बड़े बड़े कारपोरेट अस्पतालों के महंगे इलाज से मरीज बेहाल हैं। मरीजों के शोषण पर रोक लगने की कोई सूरत नहीं दिख रही थी। ऐसे में इस घटना से मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद बंधी है। यहां के अस्पतालों के खर्च से बचने के लिए काफी संख्या में उत्तर भारत के मरीज बैंगलूरु का रुख करने लगे हैं। अब उन्हें यहीं सस्ता एवं उत्कृष्ट इलाज उपलब्ध होने की उम्मीद है। डॉ. शेट्टी अब तक जो करते और कहते रहे हैं, उससे यह आशा भी की जानी चाहिए कि कम खर्च में उत्कृष्ट इलाज मिलने के साथ साथ लोगों को सर्जनों की बेवजह काट पीट से भी निजात मिलेगी। नारायणा हेल्थ के अस्पतालों में दिखा कर वे आसानी से पता कर सकेंगे कि उन्हें आपरेशन की जरुरत है भी या नहीं। डॉ. शेट्टी की मानें तो अस्पताल आने वाले 99 प्रतिशत लोगों को आपरेशन की जरुरत ही नहीं होती। वहीं दिल्ली के अस्पताल बेवजह सर्जरी करने को लेकर खासे बदनाम हैं। स्थिति यह है कि एक बार अस्पताल में घुसे नहीं कि आप उनके बंधक बन गए। यह तो संभव ही नहीं कि वे आपको यह कहें कि मरीज को कुछ खास नहीं हुआ है और उन्हें किसी सर्जरी की जरुरत नहीं है। लेकिन देवी शेट्टी का दावा है कि उनके अस्पतालों में ऐसा कोई खतरा नहीं है।
यह तो तय है कि नारायणा हेल्थ के प्रवेश से एनसीआर में इलाज के खर्च के मामले में निश्चित रूप से भारी उथल पुथल होने वाली है। डॉ. शेट्टी इसी के लिए जाने जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में नारायणा हेल्थ सस्ते में उत्कृष्ट इलाज का प्रतीक बन गया है। नारायणा हेल्थ एक ऐसा ब्रांड है जो जेनेरिक कीमत में इलाज देने के लिए विख्यात है। खास कर दिल की सर्जरी के मामले में पूरे देश में नारायणा हेल्थ श्रृंखला इसीलिए प्रसिद्ध है।
जाहिर है एनसीआर के निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नारायणा हेल्थ के प्रवेश को लेकर तरह तरह की बातें भी हो रही हैं। नारायणा हेल्थ से गुड़गांव स्थित डॉ. नरेश त्रेहन फेम मेडांटा और दिल्ली के अन्य कारपोरेट अस्पतालों को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि एनसीआर के कारपोरेट अस्पताल घाघों ने नारायणा हेल्थ के यहां आने में अनेकों रोड़े अटकाए। लेकिन चूंकि कम खर्च में बेहतरीन इलाज मुहैया करने की डॉ. शेट्टी की शोहरत उनके एनसीआर में अस्पताल शुरु होने के बहुत पहले से आ धमकी हुई है और सबकी जुबां पर है , इसलिए डॉ. शेट्टी को अपनी छवि को लेकर चौकस रहने की जरुरत होगी। यह खयाव रखना होगा कि कहीं वह छवि धूमिल न हो जाए। उन्होंने अपनी यह छवि खुद बोल बोल कर भी बनाई है। वे यह कई बार कह-लिख चुके हैं कि अमीरी का उत्कृष्ट इलाज से कोई लेना देना नहीं होना चाहिए। अभी अभी एक अंग्रेजी अखबार में अपने एक लेख के जरिए उन्होंने एक बार फिर यह कहा है । उन्होंने इस लेख में कहा कि जब आनलाइन इलाज का युग आ रहा है और तब यह सपना जरूर सच होगा कि जेब से ठन ठन गोपाल गरीब से गरीब मरीजों को भी पंचतारा अस्पताल जैसा इलाज मिलेगा। डॉ. देवी शेट्टी ने जब से 2000 में बैंगलुरु में नारायणा हृदयालय की स्थापना की है तब से मरीजों को भारी खर्च से निजात दिलाना ही उनका ध्येय रहा है।
बहरहाल, नारायणा हेल्थ ने दिल्ली के 350 बेड वाले धर्मशिला कैंसर अस्पताल से करार किया है। अब तक यहां सिर्फ कैंसर का इलाज हो रहा था लेकिन अब यह मल्टीस्पेशियैलिटी अस्पताल में तब्दील हो जाएगा। इस अस्पताल का संचालन नारायणा हेल्थ के हाथ में होगा। यहां दिल की सर्जरी, लीवर-किडनी ट्रांसप्लांट सहित अन्य बड़ी सर्जरी भी होगी।
वहीं नारायणा हेल्थ ने गुड़गांव में फार्मा कंपनी पैनेसिया बायॉटिक के 230 बेड के न्यूराइज अस्पताल को खरीद लिया है। नारायणा हेल्थ के अभी पूरे देश में 23 अस्पताल एवं 7 हार्ट सर्जरी केंद्र हैं।
एनसीआर में भी अब नारायणा हेल्थ के दो अस्पताल होंगे। एक दिल्ली में और दूसरे गुड़गांव में। डॉ. देवी शेट्टी ने यह भी कहा है कि वे पूरे उत्तर भारत में अपने विस्तार की योजना बना रहे हैं। फिलहाल एनसीआर में यह हाल है कि बड़े बड़े कारपोरेट अस्पतालों के महंगे इलाज से मरीज बेहाल हैं। मरीजों के शोषण पर रोक लगने की कोई सूरत नहीं दिख रही थी। ऐसे में इस घटना से मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद बंधी है। यहां के अस्पतालों के खर्च से बचने के लिए काफी संख्या में उत्तर भारत के मरीज बैंगलूरु का रुख करने लगे हैं। अब उन्हें यहीं सस्ता एवं उत्कृष्ट इलाज उपलब्ध होने की उम्मीद है। डॉ. शेट्टी अब तक जो करते और कहते रहे हैं, उससे यह आशा भी की जानी चाहिए कि कम खर्च में उत्कृष्ट इलाज मिलने के साथ साथ लोगों को सर्जनों की बेवजह काट पीट से भी निजात मिलेगी। नारायणा हेल्थ के अस्पतालों में दिखा कर वे आसानी से पता कर सकेंगे कि उन्हें आपरेशन की जरुरत है भी या नहीं। डॉ. शेट्टी की मानें तो अस्पताल आने वाले 99 प्रतिशत लोगों को आपरेशन की जरुरत ही नहीं होती। वहीं दिल्ली के अस्पताल बेवजह सर्जरी करने को लेकर खासे बदनाम हैं। स्थिति यह है कि एक बार अस्पताल में घुसे नहीं कि आप उनके बंधक बन गए। यह तो संभव ही नहीं कि वे आपको यह कहें कि मरीज को कुछ खास नहीं हुआ है और उन्हें किसी सर्जरी की जरुरत नहीं है। लेकिन देवी शेट्टी का दावा है कि उनके अस्पतालों में ऐसा कोई खतरा नहीं है।
यह तो तय है कि नारायणा हेल्थ के प्रवेश से एनसीआर में इलाज के खर्च के मामले में निश्चित रूप से भारी उथल पुथल होने वाली है। डॉ. शेट्टी इसी के लिए जाने जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में नारायणा हेल्थ सस्ते में उत्कृष्ट इलाज का प्रतीक बन गया है। नारायणा हेल्थ एक ऐसा ब्रांड है जो जेनेरिक कीमत में इलाज देने के लिए विख्यात है। खास कर दिल की सर्जरी के मामले में पूरे देश में नारायणा हेल्थ श्रृंखला इसीलिए प्रसिद्ध है।
जाहिर है एनसीआर के निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नारायणा हेल्थ के प्रवेश को लेकर तरह तरह की बातें भी हो रही हैं। नारायणा हेल्थ से गुड़गांव स्थित डॉ. नरेश त्रेहन फेम मेडांटा और दिल्ली के अन्य कारपोरेट अस्पतालों को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि एनसीआर के कारपोरेट अस्पताल घाघों ने नारायणा हेल्थ के यहां आने में अनेकों रोड़े अटकाए। लेकिन चूंकि कम खर्च में बेहतरीन इलाज मुहैया करने की डॉ. शेट्टी की शोहरत उनके एनसीआर में अस्पताल शुरु होने के बहुत पहले से आ धमकी हुई है और सबकी जुबां पर है , इसलिए डॉ. शेट्टी को अपनी छवि को लेकर चौकस रहने की जरुरत होगी। यह खयाव रखना होगा कि कहीं वह छवि धूमिल न हो जाए। उन्होंने अपनी यह छवि खुद बोल बोल कर भी बनाई है। वे यह कई बार कह-लिख चुके हैं कि अमीरी का उत्कृष्ट इलाज से कोई लेना देना नहीं होना चाहिए। अभी अभी एक अंग्रेजी अखबार में अपने एक लेख के जरिए उन्होंने एक बार फिर यह कहा है । उन्होंने इस लेख में कहा कि जब आनलाइन इलाज का युग आ रहा है और तब यह सपना जरूर सच होगा कि जेब से ठन ठन गोपाल गरीब से गरीब मरीजों को भी पंचतारा अस्पताल जैसा इलाज मिलेगा। डॉ. देवी शेट्टी ने जब से 2000 में बैंगलुरु में नारायणा हृदयालय की स्थापना की है तब से मरीजों को भारी खर्च से निजात दिलाना ही उनका ध्येय रहा है।
बहरहाल, नारायणा हेल्थ ने दिल्ली के 350 बेड वाले धर्मशिला कैंसर अस्पताल से करार किया है। अब तक यहां सिर्फ कैंसर का इलाज हो रहा था लेकिन अब यह मल्टीस्पेशियैलिटी अस्पताल में तब्दील हो जाएगा। इस अस्पताल का संचालन नारायणा हेल्थ के हाथ में होगा। यहां दिल की सर्जरी, लीवर-किडनी ट्रांसप्लांट सहित अन्य बड़ी सर्जरी भी होगी।
वहीं नारायणा हेल्थ ने गुड़गांव में फार्मा कंपनी पैनेसिया बायॉटिक के 230 बेड के न्यूराइज अस्पताल को खरीद लिया है। नारायणा हेल्थ के अभी पूरे देश में 23 अस्पताल एवं 7 हार्ट सर्जरी केंद्र हैं।