जयपुर। प्रदेश में स्वाइन फ्लू बीमारी पर नियंत्रण के लिए अब इसके इलाज की दवा ओसेल्टामिविर को शिड्यूल एक्स से बाहर कर एच-1 में शामिल कर दिया है। इससे अब यह दवा हर मेउिकल स्टोर पर आसानी से मिल सकेगी। पहले स्वाइन फ्लू की दवा बेचने के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य था। चिकित्सा विभाग के निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. केके शर्मा ने अधिकारियों को मरीज के संपर्क में आने वाले परिजनों को स्क्रीनिंग कर लक्षण होने तुरन्त टेमी फ्लू दवा देने के निर्देश दिए है। प्रदेश में इस साल अब स्वाइन फ्लू पॉजिटिव के 5090 पॉजिटिव में से 208 लोगों की मौत हो चुकी है। मौजूदा आंकड़ों के अनुसार राजस्थान देश में स्वाइन फ्लू में पहले नंबर पर है। पॉजिटिव में जयपुर और मौत के मामले में जोधपुर पहले नंबर पर है। स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी-जुकाम, बुखार के मरीजों के लिए ओपीडी में अलग से पंजीकरण काउंटर बनाने तथा पल्स ऑक्सीमीटर से जांच के बाद ऑक्सीजन सेचुरेशन 92 फीसदी से कम होने पर संदिग्ध मानकर मरीज को भर्ती करने, जिला, ब्लॉक स्तर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर हर माह बैठक कर बीमारी पर नियंत्रण के लिए उपाय करने के निर्देश जारी किए हैं।