आज के दौर में दुनिया के कई हिस्सों में स्तन कैंसर एक आम बीमारी हो गई है। स्तन कैंसर के कई कारण हो सकते हैं। अब इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर के ताजा अंक में इस बात पर रिपोर्ट प्रकाशित की गई है कि क्या हेयर डाई और स्तन कैंसर के बीच कोई कनेक्शन है? इससे पहले हुए कई अध्ययनों में संकेत मिले हैं कि हेयर प्रोडक्ट्स से कैंसर होता है। कारण, इनमें 5,000 से अधिक केमिकल होते हैं।

वैज्ञानिकों ने पूर्व के अध्ययनों में पाया है कि हेयर डाई के कुछ केमिकल के कारण चूहों की स्तन ग्रंथियों में ट्यूमर पैदा हुआ है। हालांकि, इससे पहले हुए अध्ययन यह बात पूरी तरह से साबित नहीं कर सके कि इन्सानों में भी हेयर डाई और स्तन कैंसर के बीच कोई संबंध है।

ताजा अध्ययन अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ साइंसेज के वैज्ञानिकों ने किया है। इन वैज्ञानिकों ने अपने विश्लेषण में बाल सीधे करने वाले पदार्थों (हेयर स्ट्रेटनर) को शामिल करने का फैसला किया क्योंकि पहले के अध्ययनों ने इसे नजरअंदाज किया गया था।

ऐसे किया गया अध्ययन
अपने इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने सिस्टर स्टडी से डाटा लिया। इसमें 35-74 आयु वर्ग की 50,884 महिलाओं को शामिल किया गया। वैज्ञानिकों ने महिलाओं का करीब 8.3 साल तक अध्ययन किया। अध्ययन में शामिल महिलाओं में किसी की स्तन कैंसर की हिस्ट्री नहीं थी, लेकिन उनकी कम से कम एक बहन में स्तन कैंसर का पता चला था।

शोधकर्ताओं ने महिलाओं की उम्र, रजोनिवृत्ति, सामाजिक आर्थिक स्थिति और उनके मां बनने समेत कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अध्ययन किया। साथ ही शोधकर्ताओं को प्रतिभागियों (रिसर्च में भाग लेने वाली महिलाओं) द्वारा बालों की देखभाल के लिए उपयोग किए जा रहे उत्पादों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करवाई गई।

शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन महिलाओं ने 12 महीनों में नियमित रूप से हेयर डाई का इस्तेमाल किया, उनमें स्तन कैंसर होने की आशंका 9% अधिक थी। जिन महिलाओं ने परमानेंट डाई का उपयोग किया, उनमें स्तन कैंसर का खतरा ज्यादा पाया गया। चौंकाने वाली बात यह भी रही कि श्वेत महिलाओं में यह जोखिम 8% बढ़ गया, तो अश्वेत में 60% तक वृद्धि देखी गई। यानी जिन महिलाओं की स्किन टोन डार्क है, उनमें हेयर हाई के कारण कैंसर का खतरा अधिक रहता है।

एक खतरा यह भी
इससे पहले इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) साफ कर चुकी है कि, हेयर स्टाइलिस्ट या नाई के रूप में काम कर रहे लोगों के लिए हेयर डाई के कारण कैंसर का जोखिम अधिक है। ऐसे लोगों में मूत्राशय का कैंसर पाया गया है।

हेयर डाई के खतरे और भी
हेयर डाई का उपयोग आज के दौर की जरूरत है, लेकिन इसमें बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से लिम्फोमा का खतरा बढ़ जाता है। गर्भवती महिलाएं अगर बिना डॉक्टर की सलाह के हेयर डाई का इस्तेमाल करती हैं तो इसका असर गर्भ में पल रहे नवजात शिशु तक भी पहुंच सकता है। वहीं परमानेंट हेयर हाई के बाद त्वचा संबंधी कई परेशानियां होने लगती हैं। सिर में एलर्जी हो जाती है। इसलिए हेयर डाई से बचें और यदि बहुत जरूरी है तो उपयोग करने से पहले एलर्जी टेस्ट करवाएं और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।