नई दिल्ली। दुनिया के कई देश चीन के वुहान में स्थित लैब को ही कोरोना वायरस फैलने का केंद्र मानते हैं। हालांकि, चीन इसे सी-फूड मार्केट और अन्य जगह से फैलने की बात कहता रहा है। इस बीच एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि पिछले दशक में अमेरिका कोरोना वायरस पर रिसर्च के लिए चीन को वित्तीय अनुदान देता रहा है। वुहान लैब को भी 28.18 करोड़ रुपए का अनुदान दिया गया था। वुहान समेत कई चीनी प्रयोगशालाएं अमेरिकी सरकार के धन का उपयोग कर गुफाओं से चमगादड़ों व उनसे संक्रामक बीमारियों की उत्पति पर शोध कर रही थी। 2002 और 2003 में सार्स के प्रकोप से देश को तबाह होने के बाद चीनी अधिकारियों ने एसे शोध संस्थान बनाने का फैसला किया था। भारत में कोरोना पीडि़त लोगों की संख्या सोमवार को 9000 के करीब पहुंच गई। यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की आधिकारिक संख्या अभी 8447 है। देश में कोरोना से अब तक 273 लोगों की मौत हो चुकी है। पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है। दुनिया में अब तक इस महामारी से पीडि़त लोगों की संख्या 18 लाख से भी ज्यादा पहुंच गई है। वहीं इस प्रचंड महामारी से मरने वालों की संख्या 114098 हो चुकी है। इनमें से 80 फीसदी मामले यूरोपीय देशों में हैं। वहीं कोरोना पैंडेमिक से मरने वालो में यूरोप में इससे मरने वालों की तादाद रविवार को 75 हजार के पार चली गई। इनमें से 80 फीसदी मौत तो सिर्फ इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में हुई हैं। यूरोप का सबसे ज्यादा प्रभावित देश इटली है जहां कोरोना संक्रमण से 19,468 लोगों ने दम तोड़ा है।