पटना। कोरोना काल में चौतरफा दबाव के बीच भी बिहार सरकार का स्‍वास्‍थ्‍य विभाग अपनी नियमित योजनाओं को जारी रखे हुए है। कोविड 19 के साथ ही एईएस और जेई जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव के साथ ही कृमि नियंत्रण जैसे रूटीन कार्यक्रमों को भी जारी रखा गया है। इसी कड़ी में बिहार के दो करोड़ बच्चों को 10 मार्च तक कृमि नियंत्रण की दवा दी जाएगी। इसके लिए राज्‍य के सभी जिलों में विशेष अभियान चलेगा। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दी। उन्‍होंने बताया कि सरकार पूरे अभियान की नियमित मॉनिटरिंग कर रही है।

दरअसल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 1-5 वर्ष के बच्चों एवं 6-19 वर्ष के स्कूल नहीं जानेवाले बच्चों को गृह भ्रमण के दौरान दवा देंगी। साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चों को शिक्षक अपने विद्यालय में ही अल्बेंडाजोल की खुराक देंगे। पांडेय ने बताया कि सितंबर, 2020 में आयोजित राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के दौरान राज्य के 25 जिलों में आशा कार्यकर्ताओं ने कुल 2.66 करोड़ बच्चों को कृमि मुक्त करने में सफलता प्राप्त की। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस बाल स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के 1-19 वर्ष के सभी बच्चों तक पहुंच सुनिश्चित करना राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का मुख्य उद्देश्य है।

तो वहीं मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम 13 जिलों अरवल, भोजपुर, दरभंगा, गया, किशनगंज, लखीसराय, मधुबनी, नालंदा, नवादा, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर एवं वैशाली में सफलतापूर्वक चल रहा है। शेष 25 जिलों में इसका आयोजन शीघ्र होगा और बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवा अल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी। इस दौरान कोविड 19 गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा।