गाजियाबाद। मधुमेह की आयुर्वेदिक दवा एसएम-9 का नमूना जांच में फेल हो गया है। दवा में लेड की मात्रा अधिक पाई गई, जो गुर्दे पर असर डालती है।

जिसके बाद इस दवा को बाजार से हटाने का निर्देश दिए गए हैं और दिल्ली की कंपनी पर एफआईआर की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी की मां को गुर्दे की समस्या होने पर इस दवा का नमूना लिया गया था।

क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. अशोक कुमार राणा ने बताया कि दवा का नमूना 20 जून को खोड़ा से लिया गया था और लखनऊ जांच के लिए भेजा गया था। बृहस्पतिवार को जांच की रिपोर्ट आई।

रिपोर्ट में पता चला कि इससे दिमाग सहित किडनी लीवर पर भी काफी असर पड़ता है। एक उच्च अधिकारी की मां को जब समस्या हुई और जब कारणों की जांच हुई तो, पाया गया कि वह मधुमेह की दवा एसएम-9 का सेवन कर रही थीं।
इसके बाद इस दवा का सैंपल लिया गया जो जांच में फेल आया है। इस दवा को बाजार से हटाने के निर्देश दिए गए हैं।

नई बस्ती स्थित सभी दुकानदारों को इस दवा के बेचने पर और सप्लाई लेने पर रोक लगाने को कहा गया है।
डॉ. अशोक राणा ने बताया कि दवा कंपनी को नोटिस भेजकर उससे दवा का फार्मूला मांगा गया है। सारी कार्रवाई के बाद कंपनी पर एफआईआर कराई जाएगी और पूरे प्रदेश में इस दवा की सप्लाई को बंद करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले गुड हेल्थ दवा को भी प्रदेश में बैन कर दिया गया है।