मुंबई। पेटेंट उल्लंघन को लेकर सन फार्मा पर केस दर्ज कराया गया है। ऑस्ट्रेलियाई दवा निर्माता कंपनी मेने फार्मा ने यह केस दर्ज करवाया है। रजोनिवृत्ति संबंधी योनि दर्द के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पाद के पेटेंट उल्लंघन का मामला बताया गया है।
यह है मामला
न्यू जर्सी के संयुक्त राज्य अमेरिका जिला न्यायालय में दर्ज केस में मेने फार्मा ने अपने प्रतिद्वंद्वी पर ढ्ढरूङ्कश्वङ्गङ्गङ्घ से संबंधित सभी 20 ऑरेंज बुक-सूचीबद्ध पेटेंटों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। यह एक योनि सम्मिलन है। इसका उद्देश्य रजोनिवृत्ति के बाद संभोग के दौरान दर्द को कम करना है।
गौरतलब है कि ऑरेंज बुक में सूचीबद्ध पेटेंट वे हैं जिन्हें अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा अनुमोदित किया गया है और उपयोग के लिए सुरक्षित माना गया है।
ऑस्ट्रेलियाई दवा निर्माता कंपनी ने कहा कि उसने यह केस तब दर्ज करवाया, जब पता चला कि सन फार्मा ने ढ्ढरूङ्कश्वङ्गङ्गङ्घ के जेनेरिक संस्करण को बाजार में लाने की अनुमति के लिए एफडीए को संक्षिप्त नई दवा आवेदन एएनडीए पेश किया है।
एएनडीए स्वास्थ्य विनियामक को पहले से लाइसेंस प्राप्त दवा को संयुक्त राज्य अमेरिका में बनाने की मंजूरी के लिए दायर किया गया अनुरोध है। ये आवेदन प्रक्रियाएँ आवेदक को क्लिनिकल परीक्षण से गुजरने की गारंटी नहीं देती हैं। उधर, सन फार्मा ने रायटर्स के टिप्पणी के अनुरोध का तत्काल उत्तर नहीं दिया।
फिलहाल सन फार्मा के एएनडीए के लिए किसी भी संभावित एफडीए अनुमोदन पर 30 महीने की रोक लग गई है।