पटना (बिहार)। नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का पर्दाफाश कर लाखों की दवाएं बरामद की गई हैं। यह कार्रवाई राजधानी के पूर्वी इलाके में भूतनाथ रोड स्थित एक गैरेज में बने मकान की गई।
यह है मामला
राज्य औषधि नियंत्रण विभाग और सहायक औषधि नियंत्रण पदाधिकारी को गुपत सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर टीम ने अगमकुआं थाना क्षेत्र में भूतनाथ रोड स्थित एक गैरेज में बने मकान पर छापेमारी की। छापेमारी में प्रतिबंधित बुप्रिन, नारकोटिक साइकॉटिक इंजेक्शन और एविल इंजेक्शन बरामद किए गए। वहीं कारोबारी ने आलीशान बिल्डिंग भी खड़ी कर रखी हैं। अवैध कमाइयों से इन सब का तार गोविंद मित्रा रोड से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
दरअसल, बीते दिनों गोविंद मिश्रा रोड में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नशीली दवाइयां मिली थी। आधारलेस से नशीली दवाइयां खुले बाजार में बेची जा रही है। जब्त की गई दवाओं की कीमत लाखों रुपए आंकी जा रही है।
बता दें कि यह इंजेक्शन खासकर छात्रों, ई-रिक्शा चालकों और अन्य नशे की लत से जूझ रहे युवाओं को बेचे जा रहे थे। इससे वे धीरे-धीरे अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे थे। दो दिन पूर्व भी इसी नेटवर्क से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें जेल भेजा गया। उन्हीं की निशानदेही पर यह बड़ी कार्रवाई की गई है। मौके से एक आरोपी चंदन कुमार उर्फ मुंडन को गिरफ्तार किया गया है, जो गया जिले के टेकारी का निवासी है।
वह पटना में एक गोदाम से कैमरा की आड़ में इन नशीली दवाओं की सप्लाई करता था। बाजार में इन इंजेक्शनों की असली कीमत छह से 35 रुपए तक बताई गई है। आरोपी इन्हें 100 से 150 रुपए में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे थे। पुलिस और औषधि नियंत्रण विभाग अब पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है।