लंदन। वेट लॉस और शुगर के इंजेक्शन से अग्न्याशय की शिकायतें मिलने लगी हैं। सैकड़ों मरीजों ने इस संबंध में शिकायतें की हैं। इसके चलते स्वास्थ्य अधिकारियों ने दुष्प्रभावों पर एक शोध शुरू किया है।

यह है मामला

ग्लूकागन-जैसे पेप्टाइड-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट से जुड़े अग्नाशयशोथ के कुछ मामले घातक रहे हैं। मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) की येलो कार्ड योजना में तीव्र अग्नाशयशोथ की रिपोर्ट में वृद्धि मिली है। इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने दुष्प्रभावों पर एक शोध शुरू कर दिया है। बता दें कि एमएचआरए यूके में दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के प्रति किसी भी प्रतिकूल प्रतिकिय्रा की निगरानी करता है।

गौरतलब है कि तीव्र अग्नाशयशोथ अग्न्याशय की अचानक सूजन है और पेट के पीछे स्थित एक ग्रंथि है जो पाचन में सहायता करती है। इसके लिए अक्सर अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। पेट में तेज दर्द, मतली और बुखार इसके लक्षण माने गए हैं। इसकी दवाओं के लिए रोगी सूचना पत्रक में अग्नाशयशोथ को एक असामान्य प्रतिक्रिया के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

यह 100 में से लगभग एक रोगी को प्रभावित करता है। मौनजारो, वेगोवी, ओज़ेम्पिक और लिराग्लूटाइड का उपयोग करने वाले रोगियों से तीव्र अग्नाशयशोथ की लगभग 400 रिपोर्टें मिली हैं। इनमें से लगभग आधी (181) टिरज़ेपेटाइड (मौनजारो) से संबंधित हैं।