अहमदाबाद। आयुर्वेदिक दवाई के नाम पर एक लाख रुपए की नकली दवाई देकर दो महिलाओं ने दोनों पैरों से विकलांग युवक को ठग लिया। महिलाओं ने पीडि़त को आयुर्वेदिक दवाई से मालिश कर विकलांगता दूर करने का झांसा दिया था। इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
नरोडा बैठक स्थित न्यू केतन सोसायटी निवासी राकेश चक्रवर्ती ने मणिनगर थाने में किशोरभाई, केतनभाई व खुद को आणंद का निवासी बताने वाली दो महिलाओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। इन पर आरोप है इन्होंने नकली दवाई देकर उससे एक लाख आठ हजार रुपए ले लिए और फिर दुकान बंद कर फरार हो गए। शिकायतकर्ता राकेश के भाई संतोष (28) जो कि दोनों पैरों से विकलांग है को एक महिला मिली। संतोष को देखने के बाद उसने कहा कि उनका भाई भी दोनों पैरों से विकलांग था। एक आयुर्वेदिक दवाई के चलते वह ठीक हो गया। अब दोनों पैरों पर खड़ा होता है। चलता, फिरता भी है। महिला ने दवाई के लिए अपना नंबर भी दिया। इस नंबर पर फोन करने पर एक अन्य महिला ने फोन उठाया और दवाई के बारे में बात की।
वह नरोडा में संतोष के घर भी आई। आरोपी महिला आयुर्वेदिक दवाई दिलवाने के नाम पर राकेश को लेकर मणिनगर पुष्पकुंज स्थित श्री ओम आयुर्वेदिक नाम की दुकान पर ले गई। जहां दवाई (पावडर) दिलाने के नाम पर एक लाख आठ हजार छह सौ रुपए का बिल बना दिया। विश्वास जीतने के लिए कहा कि फायदा ना हो तो 75 प्रतिशत पैसे वापस। 75 प्रतिशत राशि का चेक भी दिया। राकेश ने 20 हजार रुपए दिए और 80 हजार का चेक दिया। इस दवाई से डेढ़ महीने मालिश करने पर भी फायदा नहीं होने पर केशव की ओर से दिया चेक बैंक में जमा कराया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया। दुकान पर  जाकर पता किया तो दुकान बंद मिली। कॉम्पलैक्स एसोसिएशन सचिव से पता चला कि वे दो महीने का किराया दिए बिना फरार हो गए हैं।