नई दिल्ली। रोहिणी के आम आदमी पॉलिक्लीनिक से दवा लेने के बाद तबीयत बिगडऩे से एक बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि गलत दवा देने से ही बच्चे की मौत हुई है। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया है। रोहिणी निवासी जसबीर सिंह के मुताबिक उनके बेटे को कई दिन से बुखार था। इलाज के लिए उनकी पत्नी डेढ़ साल के बेटे विशाल को लेकर रोहिणी के आम आदमी पॉलिक्लीनिक पहुंची। डॉक्टर ने बच्चे को देखने के बाद दवा दी।
दवा खाने के कुछ ही देर बाद उसकी तबीयत बिगडऩे लगी। परिजन दोबारा पॉलिक्लीनिक पहुंचे, जहां बच्चे को आंबेडकर अस्पताल के लिए भेज दिया। आंबेडकर से कलावती अस्पताल भेज दिया गया। ज्यादा हालत बिगड़ते देख बच्चे को राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पॉलिक्लीनिक से मिली दवाई खाने के बाद बच्चे की बॉडी का मांस गलने लगा था। पुलिस के मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, परिजनों ने इस मामले में मेडिकल बोर्ड गठित करने के लिए सरकार को लेटर लिखा है।