छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)। आयुर्वेदिक सिरप ‘कासामृत’ भी बच्चों के लिए जानलेवा पाया गया है। छिंदवाड़ा में जहरीली कफ सिरप ने एक बार फिर से कहर बरपाया है। एक व्यक्ति ने अपनी बच्ची के लिए मेडिकल स्टोर से दवा ली। दवा लेने के कुछ देर बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। परिजनों के अनुसार बच्ची को आयुर्वेदिक कफ सिरप कासामृत दिया था। साथ में मेडिकल स्टोर वाले ने पुडिय़ा में दवा दी थी। साथ ही कहा था कि इससे बच्ची ठीक हो जाएगी।

लापरवाही की वजह से चली गई

घर आने के बाद परिजनों ने रुही को दवा दी। दवा देने के बाद उसकी तबीयत और बिगडऩे लगी। अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पिता का कहना है कि पांच महीने की हमारी लाडली रुही को सर्दी-खांसी हुई थी। हम इलाज की उम्मीद लिए मेडिकल स्टोर गए। लेकिन वहां से जो दवा मिली, उससे उसकी मौत हो गई।

बिछुआ के अंबेडकर वार्ड निवासी संदीप मिनोटे की बेटी रुही बीते कुछ दिनों से बीमार थी। 27 अक्टूबर को जब उसकी सर्दी-खांसी बढ़ी तो परिवार उसे बिछुआ अस्पताल लेकर गया। वहां राहत नहीं मिली तो वे कुरेठे मेडिकल स्टोर पहुंचे। मेडिकल संचालक ने बिना डॉक्टर की पर्ची देखे आयुर्वेदिक सिरप ‘कासामृत’ और 16 पुडिय़ा दवा दे दी। कहा कि सब ठीक हो जाएगा। परिजनों ने वैसा ही किया। घर आकर बच्ची को दवाएं दीं लेकिन कुछ ही देर में हालत बिगड़ गई।