रायपुर (छत्तीसगढ़)। करोड़ों के मेडिकल खरीद घोटाले में छह के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससीएल) में कथित तौर पर 550 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी छह लोगों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। एसीबी और ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि 2023 में चिकित्सा उपकरण और रसायनों की खरीद में अनियमितता के कारण राज्य के खजाने को 550 करोड़ का नुकसान हुआ है।

इस संबंध में 18 हजार पन्नों के आरोपपत्र में शशांक चोपड़ा और पांच सरकारी अधिकारियों बसंत कुमार कौशिक, छिरोद रौतिया, कमलकांत पाटनवार, डॉक्टर अनिल परसाई और दीपक कुमार बंधे के नाम दर्ज किए हंै। अधिकारियों ने बताया कि चोपड़ा मोक्षित कॉरपोरेशन के निदेशक हैं, जबकि पांच अन्य छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड में पदस्थ थे। इस मामले में हरियाणा और छत्तीसगढ़ के रायपुर तथा दुर्ग जिलों में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी के बाद 29 जनवरी को चोपड़ा को पकड़ा गया था।

उन्होंने बताया कि पांचों अधिकारियों को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था और वे न्यायिक हिरासत में हैं। एसीबी/ईओडब्ल्यू ने सीजीएमएससीएल (रायपुर) और स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के अधिकारियों के साथ-साथ चार फर्मों – मोक्षित कॉरपोरेशन (दुर्ग), सीबी कॉरपोरेशन (दुर्ग), रिकॉर्ड्स एंड मेडिकेयर सिस्टम एचएसआईआईडीसी (पंचकुला, हरियाणा), शारदा इंडस्ट्रीज (रायपुर) तथा अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।