मुंबई। सन फार्मा ने चेकपॉइंट थेरेप्यूटिक्स कंपनी का अधिग्रहण कर लेने की सूचना दी है। चेकपॉइंट थेरेप्यूटिक्स इम्यूनोथेरेपी और टारगेटेड ऑन्कोलॉजी कंपनी है। इस अधिग्रहण में त्वचा कैंसर के एक प्रकार, एडवांस्ड क्यूटेनियस स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा के लिए पहला और एकमात्र एफडीए-अनुमोदित एंटी-पीडी-एल1 उपचार है। चेकपॉइंट थेरेप्यूटिक्स एक नैस्डैक में लिस्टेड कंपनी है जो सॉलिड ट्यूमर कैंसर के लिए उपचार विकसित करने पर फोकस करती है।

फार्मा कंपनी ने बताया कि इस डील वैल्यू 35.5 करोड़ डॉलर नकद और माइलस्टोन भुगतान तय की गई है। सन फार्मा ने चेकपॉइंट के सभी बकाया शेयरों को 4.10 डॉलर प्रति शेयर की दर से अधिग्रहित किया है। सन फार्मा के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक दिलीप सांघवी ने कहा कि यह अधिग्रहण मरीजों को सहायता देने और अपने इनोवेटिव थेरेपी बिजनेस को बढ़ाने के सन फार्मा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब चेकपॉइंट थेरेप्यूटिक्स के शेयरधारक गैरी फेल ने डेलावेयर कोर्ट ऑफ चांसरी में एक केस दायर किया है। इसमें सन फार्मा के साथ प्रस्तावित विलय से संबंधित कॉर्पोरेट रिकॉर्ड मांगे गए हैं।