मुंबई। सिप्ला फार्मा ने मूत्र मार्ग संक्रमण से पीडि़त मरीजों के लिए गैर-एंटीबायोटिक उपचार शुरू किया है। दवा कंपनी ने ह्यूना ब्रांड नाम से मेथेनामाइन हिप्पुरेट लॉन्च किया है। इस तरह का उपचार शुरू करने वाली सिप्ला पहली कंपनी बन गई है।

मूत्र मार्ग संक्रमण (यूटीआई) भारत में एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग का दूसरा सबसे आम कारण है। पिछले 30 वर्षों में संक्रमण के मामले दोगुने हो गए हैं। महिलाएं यूटीआई के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। यह कुल एंटीबायोटिक नुस्खों का 15 प्रतिशत है। मेथेनामाइन हिप्पुरेट बैक्टीरिया को लक्षित करके यूटीआई की रोकथाम के लिए एक प्रभावी विकल्प प्रदान करता है।

यह यूटीआई की रोकथाम के लिए दीर्घकालिक, कम खुराक वाली एंटीबायोटिक चिकित्सा जितनी ही प्रभावी है। इसकी लागत कम है और एंटीबायोटिक प्रतिरोध का कोई जोखिम नहीं है। सिप्ला के वैश्विक मुख्य परिचालन अधिकारी अचिन गुप्ता ने कहा कि यह नवाचार रोगियों के परिणामों में सुधार लाएगा। साथ ही एंटीबायोटिक दवाओं पर निर्भरता को कम करेगा। इससे सभी के लिए एक स्वस्थ भविष्य में योगदान मिलेगा।