नई दिल्ली। कैंसर की नकली दवा बिक्री के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तीन जगह छापेमारी कर छह आरोपियों को दबोचा है। इनमें मंडावली के नीरज, अनिल, बुध विहार के धनेश शर्मा, हरियाणा के सोनीपत के धीरज, शाहदरा के रोहित भाटी और जगतपुरी के ज्योति ग्रोवर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनसे काफी संख्या में कैंसर की दवा-इंजेक्शन बरामद किए हैं।
यह है मामला
क्राइम ब्रांच को लक्ष्मी नगर, बुध विहार और चांदनी चौक में नकली दवा-इंजेक्शन सप्लाई की सूचना मिली। पुलिस की तीन टीमें बनाई गईं, जिनमें ड्रग इंस्पेक्टर भी शामिल किए गए। एक टीम लक्ष्मी नगर स्थित वीर सावरकर ब्लॉक के ग्लोबल कॉम्प्लेक्स पर पहुंची। नकली कस्टमर के तौर पर काफी दिन से इस गिरोह के पीछे लगी एक टीम भी वहां पहुंच गई। इस टीम ने नकली, इंपोर्टेड, गैर-पंजीकृत जीवन रक्षक और नॉट फॉर सेल वाले एंटी कैंसर मेडिसन का धंधा करने वाले तीनों गैंग को 10 से 15 हजार रुपये एडवांस दे रखा था।
पुलिस ने ग्लोबल कॉम्प्लेक्स स्थित ऑनको लाइफ केयर फार्मा के ऑफिस में रेड की और इसके मालिक अनिल कुमार और नीरज कुमार को दबोच लिया। इनकी निशानदेही पर थर्माकोल बॉक्स से ओपडिवो के पांच इंजेक्शन बरामद किए। आरोपी इनका बिल नहीं दिखा सके। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने इन्हें कृष्णा नाम के शख्स से 30 हजार रुपये में खरीदा हैं। वह इन्हें आगे 35 हजार रुपये में बेच देते हैं। पुलिस कृष्णा की तलाश कर रही है।
रोहिणी स्थित बुध विहार के रिठाला रोड पर पुलिस की दूसरी टीम ने धीरज कुमार और धनेश शर्मा को पकड़ा। इनसे तीन सेटुक्सीमब इंजेक्शन, छह ओपडिवो इंजेक्शन और लेनवाटिनिब के छह स्ट्रिप बरामद हुए। द्वारका में तीसरी टीम ने रोहित भाटी और ज्योति ग्रोवर को पकड़ा। इनसे ओमालिज़ुमैब 20 बॉक्स और दो बॉक्स वेनेटोक्लैक्स बरामद हुए. इनमें कुल 224 टेबलेट रखे थे। इनसे ओपडिवो के पांच बॉक्स, डुपिलमैब के तीन बॉक्स और एमिसिजुमैब के अलावा पेम्ब्रोलिज़ुमैब समेत कई ब्रैंड रिकवर हुए। इनकी कीमत 20 हजार से 95 हजार बताई गई है।
कैंसर की दवा-इंजेक्शन के नाम पर नकली या अवैध दवाइयां बेचने वाले इस सिंडिकेट में अन्य लोग भी शामिल हैं। आरोपियों से पूछताछ कर उनके बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। पुलिस आरोपियों के बैंक खातों और कॉल डिटेल रिकॉर्ड को खंगाल रही है।