पटना (बिहार)। अस्पताल में भर्ती डेंगू की मरीज को एक्सपायर्ड दवा देने का आरोप लगा है। यह आरोप दानापुर मंडल के कियूल में कार्यरत असिस्टेंट लोको पायलट ने लगाया है। पटना जंक्शन स्थित करबिगहिया के केंद्रीय रेलवे सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज को एक्सपायर्ड दवा दे दी गई। चिकित्सा निदेशक डॉ. अशोक कुमार सिंह के निर्देश पर इन आरोपों की जांच शुरू हो गई है।
यह है मामला
रेलकर्मी ने बताया कि उनकी पत्नी पूनम देवी को डेंगू से पीडि़त होने पर अस्पताल के महिला वार्ड में दाखिल कराया था। दवा का फोटो दिखाते हुए परिजनों ने कहा कि इलाज के दौरान डेंगू संक्रमण का असर कम करने के लिए जो दवा दी गई, उसकी एक्पायरी डेट अगस्त 2024 है। भर्ती मरीज पूनम कुमारी को यह दवा अस्पताल की एक नर्स ने ही खिलायी। इस दवा की न तो पहले जांच की गयी और न मरीज को दवा खिलाते समय किसी ने इसे देखा। बाद में परिजनों ने दवा का रैपर देखा तो उस पर एक्सपायरी तिथि बीत चुकी मिली।
मरीज की तबीयत न बिगड़ जाए इसलिए इसकी शिकायत वार्ड के इंचार्ज व अन्य डाक्टरों से की तो उन्होंने मामले की जानकारी दबाली। इधर परिजनों की ओर से रेलवे यूनियन के एक नेता और सेवानिवृत्त कर्मी जफर अहसन को इसकी सूचना दी गई। जफर अहसन ने मामले की शिकायत चिकित्सा निदेशक से की है जिसके बाद इन आरोपों की जांच शुरू हो गयी है।
वहीं दूसरी ओर अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. अशोक कुमार सिंह का कहना है कि रेलवे के एक सेवानिवृत्त कर्मी के द्वारा इस मामले में शिकायत मिली है। जो दवा मरीज को दी गई, उसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।