नई दिल्ली। दवा के भ्रामक विज्ञापन पर सरकार जल्द ही अंकुश लगाने जा रही है। बताया गया है कि चमत्कारी पेय, मधुमेह को सौ प्रतिशत ठीक करने का दावा करने वाले उत्पाद, और कद बढ़ाने का वादा करने वाले पूरक के भ्रामक विज्ञापनों के बारे में आयुष मंत्रालय को शिकायतें मिल रही हैं। इसके चलते केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भ्रामक विज्ञापनों पर अंकुश लगाने के प्रयास में जुटी है।

आयुष मंत्रालय एक पोर्टल विकसित कर रहा है। इसमें ऐसे विज्ञापनों की रिपोर्ट करने और उनकी शिकायतों पर की गई कार्रवाई को ट्रैक किया जा सकेग। इस पोर्टल के जनवरी तक लॉन्च होने की संभावना है।

मंत्रालय को सौंपी गई शिकायतों की सूची में सोशल मीडिया पोस्ट, उपभोक्ताओं के पत्र, अन्य मंत्रालयों के अधिकारियों के संचार, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के नोटिस और ईमेल शामिल हैं।

शिकायत में बताया गया कि एक जादुई पेय 90 प्रतिशत दिल की रुकावटों, अंतिम चरण की किडनी की बीमारी को ठीक करने और इंसुलिन पर निर्भर मधुमेह रोगियों को ठीक करने का वादा करता है। अन्य शिकायतों में बालों के विकास को बढ़ावा देने का दावा करने वाला हेयर ऑयल शामिल हैं।