इटावा, कानपुर (उप्र)। अवैध फार्मा कंपनी से लिए शुगर व पेट दर्द दवा के सैंपल जांच में फेल पाए गए हैं। सराय शेख स्थित गुप्ता एंड फार्मा कंपनी के नाम पर संचालित अवैध दवा फैक्टरी से लिए गए 11 दवाओं के ये सैंपल लिए गए थे। इनमें से तीन सैंपल की रिपोर्ट मिली है। रिपोर्ट के अनुसार सेहत बनाने, शुगर और पेट दर्द की दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। अन्य आठ सैंपल की भी रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है।

यह है मामला

सराय शेख स्थित एक मकान के ऊपर दवाओं की अवैध फैक्टरी पर छापेमारी की गई। जांच में पता चला कि यह फैक्टरी 10 साल से बिना पंजीकरण के संचालित की जा रही थी। फैक्ट्री को गुप्ता एवं फार्मा कंपनी आयुर्वेदिक दवा के नाम चलाया जा रहा था। मौके से 11 संदिग्ध आयुर्वेदिक दवाओं के सैंपल लेकर लखनऊ लैब में जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से तीन आयुर्वेदिक दवाओं के सैंपल फेल होने की रिपोर्ट आ गई है।

इसमें लोप्रामाइड नाम की दवा जो पेट दर्द नाशक के रूप में बेची जाती थी, लेकिन जांच में इसमें एलोपैथिक दवाओं का मिश्रण मिला है। इसी तरह एमिकक्लीन नाम की शुगर की दवा में भी कई तरह के एलोपैथिक मिश्रण मिले हैं। फोलिक एसिड नाम की दवा बाजार में मोटापा बढ़ाने की दवा के नाम पर बाजार में महंगे दामों पर बेची जाती थी। यह दवा भी फेल पाई गई है।

औषधि निरीक्षक रजत पांडेय ने बताया कि अन्य सैंपल की जांच रिपोर्ट भी जल्द आ जाएगी। इसके बाद गुप्ता एंड फार्मा कंपनी के संचालक राजीव कुमार गुप्ता के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में केस दायर किया जाएगा। कार्रवाई में अवैध दवा फैक्ट्री में 39 प्रकार की एलोपैथिक दवाएं मिली थीं। यह दवाएं एक्सपायर हो चुकी थी। फैक्ट्री में मिस्कर, ग्लाइडर, फनल, छोटी चम्मच समेत रंग-बिरंगे 90 हजार कैप्सूल मिले हैं। इन एक्सपायर दवाओं को मिक्सर व ग्लाइडर में पीसकर कन्नौज, औरैया, मैनपुरी, इटावा के आसपास क्षेत्रों में सालों से झोलाछाप और छोटे मेडिकल स्टोरों में बेचा ज रहा था।