छत्तीसगढ़ में 5 डॉक्टर सहित 9 फर्जी फार्मासिस्ट गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ में 5 डॉक्टर सहित 9 फर्जी फार्मासिस्ट गिरफ्तार

Chhattisgrah: छत्तीसगढ़ (Chhattisgrah) की राजधानी रायपुर में 5 डॉक्टर सहित 9 फर्जी फार्मासिस्ट को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के दौरान  यूपी-बिहार, झारखंड, तामिलनाडू और राजस्थान के कॉलेजों के फर्जी सर्टिफिकेट जमा कर फार्मासिस्ट की डिग्री लेने वाले रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाही करते हुए राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, दुर्ग, भिलाई, बलौदाबाजार और महासमुंद के अलग-अलग ठिकानों में छापे मारकर 9 जालसाज फार्मासिस्टों को गिरफ्तार किया है। 9 फार्मासिसिटों में से पांच आरोपी BAMS डॉक्टर हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgrah) के 12 जिलों में छापेमारी 

19 जालसाजों की तलाश में छत्तीसगढ़ के 12 जिलों में पुलिस के द्वारा छापेमारी की जा रही है। पुलिस को डिग्री फर्जीवाड़े में संगठित रैकेट का हाथ होने का शक है। इन लोगों का नेटवर्क पूरे राज्य में फैला है। केवल 2 से तीन लाख में ये रैकेट राज्यभर के बेरोजगारों का फर्जी सर्टिफिकेट से काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करवा रहा था। पुलिस अफसरों के अनुसार अभी 19 जालसाज फार्मासिस्टों की तलाश की जा रही है। उनकी खोजबीन में जुटी टीम उनके परिजनों और करीबियों को जांच के घेरे में रखा है। अधिकारियों के अनुसार करीब 270 फार्मासिस्टों की फर्जी डिग्री होने के दस्तावेज मिले हैं।

जांच में प्रमाण पत्र फर्जी 

छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल रायपुर के डॉक्टर श्रीकांत ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि रजिस्ट्रेशन के लिए आये आवेदनों में कई प्रामाण पत्र फर्जी पाए गए है। इस शिकायत के बाद एसएसपी ने शहर एएसपी अभिषेक माहेश्वरी को जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। जांच में सनराईस युनिवर्सिटी बैगाड राजपुर राजस्थान से रमाकांत निषाद, शीतल कुमार महार, संजय कुशवाहा, सूरज कुमार अग्रवाल, ओ. पी. जे. एस युनिवर्सिटी चुरू राजस्थान से चन्द्रेश कुमार साहू, डामेश्वर कुमार साहू, श्रीधर युनिवर्सिटी पिलानी राजस्थान से रविन्द्र कुमार साहू, स्वामी विवेकानंद युनिवर्सिटी सागर म.प्र. से खेम लाल धीवर के फार्मेसी डिप्लोमा छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल रायपुर के समक्ष आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये। फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन के बाद मेडिकल स्टोर्स संचालित करने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग से ड्रग लाइसेंस दिया जाता है।

साइबर सेल और पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए 9 फर्जी फार्मासिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है।

 

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