कोरोना के शक में बिना जांच किए ना लें एंटीबॉयोटिक दवायें, सरकार की ओर से जारी हुए दिशा-निर्देश

कोरोना के शक में बिना जांच किए ना लें एंटीबॉयोटिक दवायें,

Covid Update: देश में इन्फ्लूएंजा वायरस के साथ-साथ कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी (Covid Update) देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कोरोना के मामलों में उछाल आया है। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से  कहा गया है कि जब तक जांच से कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हो तब तक एंटीबॉयोटिक दवाएं नहीं खानी चाहिए।

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बंद जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करें (Covid Update)

दिशा निर्देश में कहा गया है कि दवा लेने से पहले कोरोना संक्रमण के साथ अन्य स्थानिक संक्रमण की संभावना को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। हल्की बीमारी में स्टेराॅयड के इस्तेमाल की सलाह नहीं जाती है। भीड़-भाड़ वाले स्थानों शारीरिक दूरी बनाए रखें, बंद जगहों पर मास्क के इस्तेमाल करें, समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें। बीमारी के लक्षणों पर नजर रखने, शरीर के तापमान की जांच कराते रहे और ऑक्सीजन में उतार-चढ़ाव पर भी निगरानी रखने की सलाह दी है।

 रेमडेसिविर पांच दिनों तक लें 

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यदि सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। पांच दिनों से ज्यादा दिनों तक तेज बुखार और खांसी है तो देर ना करते हुए डॉक्टर से दिखायें। मध्यम या गंभीर रोग के बढ़ने का खतरा हो तो रेमडेसिविर दवा पांच दिन तक लेने की सलाह दी गई है। इसमें पहले दिन 200 एमजी की और उसके बाद चार दिन 100 एमजी दवा लेने को कहा है।

कोविड के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग न करें

नेशनल टास्क फोर्स के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, संशोधित गाइडलाइंस में लोपिनाविर-रिटोनाविर, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू), इवरमेक्टिन, मोलनुपिराविर, फेविपिराविर, एजिथ्रोमाइसिन और डॉक्सीसाइक्लिन जैसी दवाओं का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है। कोविड-19 पर राष्ट्रीय निगरानी समूह ने वयस्क कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग न करने की सलाह दी है।

 

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