ठाणे में नकली कफ सिरप बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश

ठाणे में नकली कफ सिरप बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश

Fake Cough Syrup: महाराष्ट्र में ठाणे जिले में नकली कफ सिरप बनाने वाली एक फैक्ट्री (Fake Cough Syrup) का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से 9.30 लाख रुपए की प्रतिबंधित नशीले ड्रग्स कोडिन युक्त बोतलें भी जब्त की है।

चार लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार (Fake Cough Syrup) 

इस मामले में पुलिस आयुक्त किशोर खैरनार ने जानकारी दी कि कार्रवाई जिले के भिवंडी तालुका के कोंटारी गांव में शुक्रवार की शाम को एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई। कोनगांव पुलिस स्टेशन की एक टीम ने जब एक जगह पर छापा मारा तो जानकारी मिली कि खांसी की दवाई की बड़ी खेप  को एक ट्रक से एक टेम्पो के माध्यम से भेजी जा रही थी। पुलिस ने मौके से 9.30 लाख रुपये का माल जब्त किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया।

मौके से दो वाहन भी जब्त 

पुलिस ने प्रतिबंधित दवाइयों के साथ-साथ 8.50 लाख रुपए के दो वाहन एक ट्रक और एक टेम्पों को भी जब्त किया है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

कफ सिरप खरीदते वक्त इन खास बातों का रखें ख्याल 

बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्‍शन के ना खरीदें कफ सिरप-  डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन बिना कभी भी बाजार से कफ सिरप ना खरीदें।  डॉक्टर आपकी अन्‍य बीमारियां जानने के बाद ही सही दवा लिखता है। कई बार कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जिनमें कुछ ऐसे खांसी के सिरप होते हैं जिन्‍हें न पीने की सलाह दी जाती है। जैसे कि आंख का ग्लूकोमा, एलर्जी, दमा, अस्थमा।

सिरप की डेट और सील की करें जांच- कभी भी बाजार से कफ सिरप खरीदने से पहले उसकी मेन्‍यूफैक्‍चरिंग डेट्स और एक्‍सपायरी डेट जरूर जांच लें। कितनी बार नकली दवा भरकर बेचने वाले सिरप के ऊपर के डिस्क्रिप्‍शन को नहीं बदलते हैं, इससे सही-गलत का पता आसानी से चल सकता है। इसके साथ ही सिरप की सील भी चेक करें कि वह ठीक है कि नहीं।

क्यूआर कोड देखें- असली दवाओं पर क्‍यूआर या यूनिक कोड प्रिंट रहता है। यदि आपको शक लग रहा है तो आप इस कोड को मोबाइल फोन से स्कैन कर दवा की मैन्युफैक्चरिंग डेट, लोकेशन और पूरी सप्लाई चेन की जानकारी हासिल कर सकते हैं. अगर सिरप के कवर या सिरप पर यह कोड नहीं है तो वह भी नकली हो सकती है. नियमों के अनुसार 100 रुपये ज्‍यादा कीमत वाली दवाओं पर बारकोड लगाना होता है।

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सिरप पीने से ज्यादा नींद आए तो रहें सावधान- अधिकांश तौर पर कफ सिरप पीने के बाद आराम लगता है और नींद सी भी आती है क्‍योंकि इसमें एल्‍कोहॉल होता है लेकिन हर बार ही दवा पीने के बाद नींद आ रही है और ज्‍यादा आ रही है तो यह और भी कुछ हो सकता है। चक्‍कर आयें तो भी सावधान हो जाएं और सिरप पीना बंद कर दें।

 

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